इंडोनेशिया ने भारतीय कृषि उत्पादों पर नजर रखने के लिए 17 फूड टेस्टिंग लैब को रजिस्टर किया है, ताकि निर्यात से पहले सही जांच हो सके.
अगर आप भी गाय-भैंस पालकर अपनी कमाई बढ़ाना चाहते हैं तो सरकार की योजनाएं आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती हैं. पशुपालकों को अब 60,000 रुपये तक की वित्तीय मदद और 90 फीसदी तक की सब्सिडी मिल रही है.
चार साल पहले GTAC में मनोहारी चाय बागान की गोल्डन टिप्स नामक चाय 1 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के दाम पर बिकी थी और अब यह परंपरा लगातार नए मुकाम छू रही है.
अब भेड़ और बकरी पालन को बढ़ावा देने के लिए के लिए IDBI बैंक 50 लाख रुपये तक का लोन दे रही है. यह स्कीम से पशुपालकों के लिए मददगार साबित हो सकती है.
उत्तराखंड के चार सीमावर्ती जिलों के पशुपालकों ने इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) को मांस और मछली की आपूर्ति करके मात्र पांच महीनों में 2.6 करोड़ रुपये की कमाई की है.
मिल्की मिस्ट और मिल्कलेन के बीच साझेदारी से 10,000 से अधिक दूध किसानों को सीधे लाभ मिलेगा और उन्हें हाई प्राइस और पोषण समृद्ध पशु आहार की पहुंच भी पक्की होगी.