बिहार का मखाना-घी पहुंचेगा अमेरिका, कनाडा चखेगा गुलाब जामुन का स्वाद

यह पहली बार है जब बिहार से सुधा डेयरी के उत्पादों को औपचारिक रूप से निर्यात किया जा रहा है. इससे राज्य के किसानों और डेयरी उत्पादकों को सीधा फायदा मिलेगा.

Noida | Published: 8 Mar, 2025 | 03:21 PM

बिहार के प्रसिद्ध उत्पाद अब अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी जगह बना रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुधा डेयरी के पहले एक्सपोर्ट कंसाइनमेंट को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस खास मौके पर अमेरिका के लिए मखाना और घी, जबकि कनाडा के लिए गुलाब जामुन भेजा गया. यह कदम बिहार की कृषि और डेयरी इंडस्ट्री के लिए एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है, जो राज्य के उत्पादों को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाने में मदद करेगा.

बिहार के उत्पादों की पहुंच विदेशों तक

पटना में मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित इस कार्यक्रम में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी कि बिहार के उत्पादों को समुद्री बंदरगाह तक पहुंचाने के बाद अमेरिका और कनाडा के बाजारों तक भेजा जाएगा. यह पहली बार है जब बिहार से सुधा डेयरी के उत्पादों को औपचारिक रूप से निर्यात किया जा रहा है. इससे राज्य के किसानों और डेयरी उत्पादकों को सीधा फायदा मिलेगा, साथ ही बिहार के पारंपरिक उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिलेगी.

नीतीश कुमार ने किया निरीक्षण

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निर्यात किए जाने वाले उत्पादों का निरीक्षण किया और इस पहल की सराहना की. उन्होंने कहा कि बिहार के उत्पादों की गुणवत्ता बेहतरीन है और यह कदम किसानों व डेयरी उद्योग से जुड़े लोगों को नए अवसर देगा. पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की अपर मुख्य सचिव एन विजयालक्ष्मी ने मुख्यमंत्री को इस प्रोजेक्ट की पूरी जानकारी दी और भविष्य में अन्य उत्पादों को भी निर्यात करने की योजना साझा की.

किसानों और डेयरी उद्योग को मिलेगा बढ़ावा

इस एक्सपोर्ट कंसाइनमेंट के जरिए बिहार के किसानों और डेयरी उत्पादकों को सीधा लाभ मिलेगा. इससे न केवल उन्हें आर्थिक मजबूती मिलेगी, बल्कि बिहार के प्रसिद्ध मखाना, घी और मिठाइयों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मांग भी बढ़ेगी. इससे पहले बिहार के मखाने को देशभर में पहचान मिल चुकी है और अब इसे वैश्विक स्तर पर पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है.

आगे क्या?

यह पहल सिर्फ एक शुरुआत है. सरकार आने वाले दिनों में बिहार के अन्य उत्पादों जैसे लिची, चूड़ा-दही, और अन्य डेयरी उत्पादों को भी अंतरराष्ट्रीय बाजार में उतारने की योजना बना रही है. इससे बिहार के किसानों और छोटे व्यवसायियों को नए अवसर मिलेंगे और राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी. बिहार के उत्पादों को विदेशों में भेजे जाने की यह पहल निश्चित रूप से राज्य के विकास में एक नया अध्याय जोड़ेगी और आने वाले समय में इससे और अधिक कृषि व डेयरी उत्पादों के निर्यात का मार्ग आसान होगा.