आजकल फेक नेल्स का काफी ट्रेंड चल रहा है लेकिन क्या आप जानती हैं कि ये सेहत के लिए कितने खतरनाक हो सकते हैं? 

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फेक नेल्स लगाने के लिए जो ग्लू और केमिकल्स इस्तेमाल होते हैं, वे स्किन को जलन और एलर्जी दे सकते हैं. 

लगातार नकली नाखून लगाने से आपके असली नाखून कमजोर, पतले और भुरभुरे हो सकते हैं. इससे उनकी ग्रोथ भी धीमी हो जाती है.

फेक नेल्स को अगर गलत तरीके से निकाले जाएं तो इससे नाखूनों की स्किन यानी नेल बेड भी डैमेज हो सकती है.

असली और नकली नाखूनों के बीच में मौजूद नमी फंगस को जन्म देती है. इससे नाखूनों में इंफेक्शन हो सकता है.

फेक नेल्स में इस्तेमाल होने वाला ग्लू केमिकल्स से भरा होता है जिसकी गंध से सिरदर्द, चक्कर और एलर्जी पैदा हो सकती है.

गर्भवती महिलाओं को नकली नाखूनों से बचना चाहिए क्योंकि इनमें मौजूद टॉक्सिक केमिकल्स बच्चे के विकास पर बुरा असर डाल सकता है.

फेक नेल्स के लिए समय-समय पर फिलिंग और रिपेयर की जरूरत होती है. लापरवाही से यह नाखून में चोट का कारण भी बन सकता है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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