चक्र फूल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-वायरल गुण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) को बढ़ाते हैं.

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इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल तत्व होते हैं, जो गले की खराश, खांसी और जुकाम को दूर करने में मदद करते हैं.

चक्र फूल का काढ़ा बनाकर पीने से निमोनिया के लक्षणों में राहत मिल सकती है. यह संक्रमण से लड़ने में मदद करता है.

आपको बता दें कि, आयुर्वेद में चक्र फूल का इस्तेमाल दस्त और पेट दर्द जैसे लक्षणों को शांत करने के लिए किया जाता है.

इसका सेवन गैस, अपच और पेट फूलने जैसी समस्याओं में फायदेमंद होता है. इसके साथ ही ये पाचन को भी मजबूत करता है.

चक्र फूल में फाइटोएस्ट्रोजन नामक तत्व पाए जाते हैं जो महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन को नियंत्रित करता है.

यह मसाला शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाता है, जिससे बढ़ती उम्र के असर को धीमा करता है और त्वचा चमकदार बनती है.

इसका सेवन अनिद्रा की समस्या से जूझ रहे लोगों को आराम देता है और अच्छी नींद पाने में सहायक होता है.

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