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Editor - Isha Gupta
बादाम में मौजूद मैग्नीशियम और हेल्दी फैट्स ब्लड शुगर को स्टेबल रखने में मदद करते हैं, खासकर खाने के बाद.
ब्लड शुगर कंट्रोल में
रोज़ाना बादाम खाने से टाइप 2 डायबिटीज वाले मरीजों में इंसुलिन की संवेदनशीलता बढ़ सकती है, जिससे शुगर मैनेज करना आसान होता है.
टाइप 2 डायबिटीज
बादाम में मौजूद मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स खराब कोलेस्ट्रॉल को घटाते हैं, जिससे वजन और दिल की सेहत ठीक रहती है.
वजन और कोलेस्ट्रॉल बैलेंस
भीगे हुए बादाम में विटामिन E और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं, जो डायबिटीज में कमजोर इम्युनिटी को मजबूत करने में मदद करते हैं.
इम्युनिटी बूस्टर
भीगे बादाम में फाइबर अच्छा होता है, जो डायबिटीज पेशेंट्स के लिए पाचन तंत्र को हेल्दी बनाए रखने में सहायक होता है.
डाइजेशन में सुधार
रातभर भिगोकर सुबह बादाम खाना सबसे अच्छा तरीका है, क्योंकि इससे पोषक तत्व बेहतर तरह से घुलते हैं.
खाने का सही तरीका
डायबिटीज मरीजों के लिए दिनभर में 10 से 12 भिगोए हुए बादाम खाना फायदेमंद होता है, इससे शुगर लेवल नहीं बढ़ता है.
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रोज कितने बादाम