अप्रैल-जून में देशभर में बढ़ेगा तापमान, कई राज्यों में लू की चेतावनी
IMD के अनुसार, इस साल लू के दिन सामान्य 4 से 7 दिन से बढ़कर 10 से 11 दिन तक हो सकते हैं, विशेषकर ओडिशा, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में.

अप्रैल का महीना शुरू होते ही देश में गर्मी का असर दिखने लगा है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, आने वाले तीन महीनों, यानी अप्रैल से जून तक, पूरे देश में सामान्य से अधिक गर्मी का सामना करना पड़ेगा. मध्य और पूर्वी भारत के कुछ क्षेत्रों में 8 से 10 दिन तक लू चलने की संभावना जताई गई है, जो कि इस समय सामान्य से ज्यादा है. हालांकि, उत्तर भारत में सामान्य बारिश के कारण कुछ राहत मिल सकती है.
देशभर में तापमान बढ़ने की संभावना
IMD के अनुसार, अप्रैल से लेकर जून तक भारत के अधिकतर हिस्सों में तापमान सामान्य से ज्यादा रहेगा. केवल पश्चिमी कर्नाटका और कुछ अन्य हिस्सों को छोड़कर बाकी जगहों पर तापमान की गर्मी बढ़ने की संभावना है. राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और कर्नाटका के उत्तरी हिस्सों में अधिक गर्मी पड़ेगी. इन इलाकों में दिन के समय अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर रह सकता है.
लू के दिन बढ़ने का अनुमान
IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा के अनुसार, इस साल लू के दिन सामान्य 4 से 7 दिन से बढ़कर 10 से 11 दिन तक हो सकते हैं, विशेषकर ओडिशा, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में. इन क्षेत्रों में लू के असर से तापमान और भी ज्यादा बढ़ सकता है, जिससे लोगों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत होगी.
अप्रैल में ही बढ़ सकती है तपिश
अप्रैल में गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटका, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा और दक्षिणी मध्य प्रदेश जैसे इलाकों में दिन का तापमान सामान्य से ज्यादा रहने की संभावना है. इसके अलावा, रात का तापमान भी अन्य हिस्सों के मुकाबले अधिक रहेगा. हालांकि, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और उत्तर-पूर्व भारत में तापमान सामान्य रहने की संभावना है.
बारिश से राहत, लेकिन गर्मी की चुनौतियां
IMD के अनुसार 10 अप्रैल से महीने के अंत तक उत्तर-पूर्व भारत के राज्यों में भारी बारिश हो सकती है, जिससे बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बढ़ सकता है. केरल और कर्नाटका के दक्षिणी हिस्सों में भी सामान्य से ज्यादा बारिश हो सकती है. इसके बावजूद, ज्यादातर हिस्सों में तापमान और गर्मी बनी रहेगी.
मानसून का पूर्वानुमान
इस साल मानसून सीजन में El Nino (एल नीनो) की संभावना नहीं है. IMD के मुताबिक, समुद्र का तापमान सामान्य रहेगा और El Nino की स्थिति नहीं बनेगी, जिससे मानसून में कोई विशेष बदलाव नहीं आएगा. भारतीय महासागर में स्थित Dipole (IOD) की स्थिति भी सामान्य रहेगी, जिससे मानसून का असर भी सामान्य रह सकता है.