न अल्‍फॉन्‍सो न केसर यह‍ है दुनिया का सबसे महंगा आम, 3 लाख रुपये है कीमत

आम की इस किस्‍म को जापान के मियाजाकी प्रांत में 20वीं सदी के मध्य में सेलेक्टिव ब्रीडिंग प्रक्रिया की मदद से डेवलप किया गया था. इसका वजन 350-550 ग्राम के बीच होता है और यह अपनी अनूठी मिठास के लिए जाना जाता है.

न अल्‍फॉन्‍सो न केसर यह‍ है दुनिया का सबसे महंगा आम, 3 लाख रुपये है कीमत
Noida | Updated On: 29 Mar, 2025 | 04:13 PM

आज हम आपको एक ऐसे ‘खास’ आम के बारे में बताने जा रहे हैं जो अपनी मिठास ही नहीं बल्कि अपनी कीमत की वजह से भी बहुत महंगा है. यह आम है जापान का मियाजाकी आम जिसे ‘Egg of Sun’ भी कहा जाता है. मियाजाकी आम की कीमत सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे. अगर आपको एक किलो मियाजाकी आम लेने हैं तो फिर 3 लाख रुपये तक खर्च करने पड़ सकते हैं. गहरे लाल रंग की वजह से इसे ‘Egg of Sun’ का टाइटल मिला हुआ है.

20वीं सदी में हुआ विकास

आम की इस किस्‍म को जापान के मियाजाकी प्रांत में 20वीं सदी के मध्य में सेलेक्टिव ब्रीडिंग प्रक्रिया की मदद से डेवलप किया गया था. इसका वजन 350-550 ग्राम के बीच होता है और यह अपनी अनूठी मिठास के लिए जाना जाता है. इस आम में एक भी रेशा नहीं होता है और इसकी खुशबू इसे और शाही बनाती है. अपने बेहतरीन स्वाद और चमकीले रंग के साथ, मियाजाकी आम अब फलों की दुनिया में गुणवत्ता और विशिष्टता का प्रतीक है. मियाजाकी आम की खेती में बहुत मेहनत लगती है और यह एक जटिल प्रक्रिया है.

बहुत मुश्किल है इसकी खेती

किसान अपने हाथ से पेड़ों पर परागण करते हैं ताकि सबसे अच्‍छा फल और गुणवत्‍ता हासिल की जा सके. कीड़ों और नुकसान से बचाने के लिए हर आम को अलग से लपेटा जाता है. रोपण से लेकर पकने तक हर चरण की सावधानी से निगरानी की जाती है. मियाजाकी आम अब भारत भी आ गया है. साल 2021 में, बिहार के ढकनिया गांव के किसान सुरेंद्र सिंह जापान से दो पौधे लाए थे. नए पेड़ों ने पहले साल में 21 आमों का उत्पादन किया जो भारत में इस शानदार फल की खेती के लिए एक आशाजनक शुरुआत माना गया था.

भारत में कहां-कहां होती खेती

बिहार के अलावा कर्नाटक, ओडिशा और कुछ और राज्‍यों में भी इसकी खेती होने लगी है. कर्नाटक के उडुपी के किसान जोसेफ लोबो ने तो अपने घर की छत पर ही मियाजाकी आमों को खेती कर डाली. उनकी सफलता ने बताया कि शहरों में भी खेती करके ज्‍यादा कीमतों वाली फसलों को उगाया जा सकता है. इसी तरह से ओडिशा के कालाहांडी जिले के किसान रक्ष्यकर भोई ने अपने बगीचे में दुनिया के इस सबसे महंगे आम की खेती में सफलता हासिल की. भोई ने राज्य के बागवानी विभाग से इसके बीज हासिल करके इस दुर्लभ आम की खेती की.

बाकी आमों से कितना अलग

इस आम में विटामिन ए और सी के साथ-साथ एंटीऑक्सीडेंट भी भरपूर मात्रा में होते हैं. साथ ही यह शरीर को बीमारियों से बचाने में मदद करता है. वहीं इसमें डायटरी फाइबर, पोटेशियम और मैग्नीशियम भी भरपूर पाया जाता है. आम की बाकी किस्मों की तुलना में इन आमों में चीनी की मात्रा 15 फीसदी या उससे ज्‍यादा होती है. जापान में अप्रैल से लेकर अगस्त के बीच में इसकी खेती सबसे ज्‍यादा होती है.

Published: 29 Mar, 2025 | 03:06 PM

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