डीजल इंजन में बार-बार आ रही समस्याएं? जानिए कारण और आसान उपाय
डीजल इंजन का सही रख-रखाव न किया जाए तो ये आपके लिए परेशानी का कारण भी बन सकते हैं. फिर चाहे आप ट्रैक्टर चलाते हों या फिर ट्रक के मालिक हों, डीजल इंजन को दुरुस्त रखना आपकी जिम्मेदारी है.

डीजल इंजन अपनी ताकत और टिकाऊपन के लिए जाने जाते हैं, लेकिन अगर इनका सही रख-रखाव न किया जाए तो ये आपके लिए परेशानी का कारण भी बन सकते हैं. फिर चाहे आप ट्रैक्टर चलाते हों या फिर ट्रक के मालिक हों, डीजल इंजन को दुरुस्त रखना आपकी जिम्मेदारी है. तो चलिए जानते हैं कि डीजल इंजन में कौन-कौन सी आम समस्याएं आती हैं और उनसे बचने के क्या-क्या आसान तरीके हैं.
1. ओवरहीटिंग
डीजल इंजन पेट्रोल इंजन से ज्यादा गर्मी पैदा करते हैं. अगर कूलिंग सिस्टम में कोई गड़बड़ हो गई या कूलेंट समय पर नहीं बदला गया तो इंजन जल्दी ओवरहीट हो जाता है. ऐमें में समय-समय पर कूलिंग सिस्टम की जांच करें. जरूरत पड़ने पर कूलेंट को बदले, खासकर जब वो एसिडिक हो जाए. साथ ही रेडिएटर और फैन बेल्ट को साफ और सही रखें.
2. जाम हो चुके फिल्टर
डीजल में धूल, कण और गंदगी के कारण फिल्टर जल्दी बंद हो सकते हैं. जब फिल्टर चोक हो जाते हैं तो इंजन को हवा और ईंधन दोनों की सप्लाई रुक जाती है जिससे पावर कम हो जाती है. ऐसे में डीजल फिल्टर को समय पर बदलें और हवा के फिल्टर की भी सफाई करते रहें.
3. पानी की मिलावट
डीजल टैंक में अगर नमी या पानी चला जाए तो वह ईंधन सिस्टम को खराब कर सकता है. इससे रस्ट, फ्यूल लाइन में ब्लॉकेज और इंजेक्टर खराब होने का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में वॉटर सेपरेटर को समय-समय पर खाली करें और टैंक को हमेशा ढककर रखें ताकि उसमें बारिश या नमी न जाए.
4. तेल की कमी या खराब क्वालिटी
डीजल इंजन जल्दी और ज्यादा गर्म होते हैं, जिससे वजह से इसे अच्छी लुब्रिकेशन यानी चिकनाई जरूरी होती है. अगर इंजन में सही गुणवत्ता वाला तेल या एडिटिव्स नहीं डाला गया तो घिसाई और नुकसान तय है. इसलिए ध्यान रखें कि हाई क्वालिटी इंजन ऑयल और एडिटिव्स का इस्तेमाल करें और तेल की मात्रा और गुणवत्ता दोनों पर नजर रखें. खासकर नए इंजन में नियमित तेल बदलना न भूलें.
डीजल इंजन के लिए जरूरी सुझाव
मेंटेनेंस शेड्यूल का सख्ती से पालन करें- समय पर ऑयल चेंज, फिल्टर चेंज, और इंजन की जांच बहुत जरूरी है.
अच्छी क्वालिटी का डीजल इस्तेमाल करें ताकि इंजन में जमा नहीं हो.
रेडिएटर, फ्यूल इंजेक्टर और अल्टरनेटर जैसे अहम हिस्सों की समय-समय पर जांच करें.
सर्दियों में विंटराइजेशन एडिटिव्स का प्रयोग करें ताकि ईंधन जम न जाए.
अगर इंजन से अजीब आवाज, काले धुएं या पावर की कमी हो तो तुरंत जांच कराएं.