किसान कर लें ये 4 काम- ट्रैक्टर का डीजल होगा कम खर्च और इंजन रहेगा नया
एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर ट्रैक्टर का इंजन ज्यादा आवाज़ कर रहा है तो इसका मतलब उसमें हवा कम जा रही है. इसके चलते इंजन चलने में ज्यादा डीजल की खपत करता है.

खेती में ट्रैक्टर एक बहुत जरूरी चीज है. ट्रैक्टर से खेती न सिर्फ आसान हो जाती है बल्कि बड़े-बड़े चुटकियों में निपट जाते हैं. भारतीय ट्रैक्टर बाजार में कई कंपनियां हैं, जो इनके निर्माण में लगी हैं. आज के दौर में ट्रैक्टर जितना जरूरी है लेकिन उतना ही इसका इस्तेमाल महंगा होता जा रहा है.
लेकिन ऐसे कई उपाय हैं, जिनके इस्तेमाल से किसान डीजल खर्च में बचत कर सकते हैं. इसके साथ ही ये उपाय ट्रैक्टर के इंजन को नया रखने में मदद करते हैं. आइए जानते हैं कि ये कौन कौन से उपाय हैं?
1. समय पर बदलें मोबिल ऑयल
मोबिल ऑयल को इंजन की जान माना जा है. इसलिए जरूरी है कि समय पर मोबिल ऑयल बदलवाते रहें. ऑयल जितना पुराना हो जाता है, उतनी ही उसकी क्षमता कम हो जाती है. समय पर किसानों को ट्रैक्टर का मोबिल ऑयल और फिल्टर बदलवाते रहना चाहिए. इससे इंजन की ताकत भी बरकरार रहती है.
2. इंजन में हवा लगातार जाती रहे
एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर ट्रैक्टर का इंजन ज्यादा आवाज़ कर रहा है तो इसका मतलब उसमें हवा कम जा रही है. इसके चलते इंजन चलने में ज्यादा डीजल की खपत करता है. अगर ऐसा हो तो दोबारा इंजन बंद करके शुरू करना चाहिए और कंपनी से मिलने वाली निर्देश पुस्तिका को ध्यान से पढ़ें और कोई गलती न करें.
3. ट्रैक्टर को लंबाई में चलाए
किसान को जुताई करने के दौरान ट्रैक्टर को चौड़ाई की जगह लंबाई में चलाना चाहिए. ऐसा करने से खेत के किनारों पर ट्र्रैक्टर को घूमने में कम समय लगेगा. ट्रैक्टर जितना कम चक्कर लगाए उतना कम डीजल की खपत होगी. इसके अलावा ज्यादा चक्कर लगाने से ट्रैक्टर में टूट फूट का खतरा बढ़ जाता है.
4. इंजेक्टर की जांच करते रहें
कई बार इंजन काम के दौरान काला धुआं फेंकता है. अगर आपके ट्रैक्टर के साथ भी ऐसा हो रहा है तो मतलब है कि वो डीजल की ज्यादा खपत कर रहा है. इससे निपटने के लिए इंजेक्टर और इंजेक्शन पंप की जांच करानी चाहिए. कई बार क्षमता से अधिक काम कराने पर ट्रैक्टर काला धुआं फेंकता है.