90 फीसदी लोग पपीता खरीदते समय करते हैं ये गलती, इन 6 तरीकों से करें पहचान
Papaya Buying Tips: हर बार फीका या सड़ा हुआ पपीता खरीदकर हो जाते हैं परेशान? अब ऐसा नहीं होगा. आज हम आपको कुछ ऐसे आसान टिप्स के बारे में बताएंगे जिनकी मदद से आप हर बार बाजार से एकदम मीठा, रसीला और हेल्दी पपीता खरीद कर लाएंगे. इसके साथ ही यहां जानिए इस सुपरफ्रूट के कुछ चमत्कारी फायदे.

जब पपीता लगभग 70-80% पीला और हल्का नारंगी दिखे, तभी समझिए कि वो पूरी तरह से पकने के करीब है. अगर पपीते का ज्यादातर हिस्सा हरा है, तो वो अभी अधपका होगा और स्वाद में फीका लगेगा.
एक पका हुआ पपीता मीठी और ताजगीभरी खुशबू देता है अगर उसमें कोई खुशबू नहीं आ रही है, तो वो अधपका हो सकता है और अगर उसमें खटास या सड़ी हुई गंध है, तो उसे बिल्कुल न लें.
पपीते को हल्के हाथों से दबाएं अगर वो थोड़ा नरम हो लेकिन बहुत ज्यादा दब न जाए तो वह खाने के लिए एकदम सही है. अगर बहुत सख्त है तो ये कच्चा है और अगर उंगलियां अंदर धंस जाएं तो सड़ा हुआ हो सकता है.
पपीते की त्वचा एकसमान रंग की और चिकनी होनी चाहिए. गहरे काले धब्बे, सफेदी या कोई चोट के निशान दिखें तो यह संकेत हो सकता है कि अंदर से वह खराब या सड़ा हुआ है.
पपीते के डंठल को भी नजरअंदाज न करें. अगर डंठल हरा और सख्त है, तो फल पूरी तरह नहीं पका है लेकिन अगर डंठल हल्का भूरा और थोड़ा नरम हो, तो समझिए फल खाने के लिए तैयार है
पपीता विटामिन C, कैरोटीन, फ्लावोनॉइड्स और फाइबर का अच्छा स्रोत है 100 ग्राम पपीते में सिर्फ 43 कैलोरी होती है, इसलिए यह वजन घटाने वालों के लिए भी आदर्श फल है.
पपीता में मौजूद एंजाइम पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं यह कब्ज की समस्या को दूर करता है और पेट को लंबे समय तक हल्का और साफ बनाए रखता है.
पपीता शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और त्वचा को स्वस्थ, चमकदार और जवान बनाए रखने में मदद करता है. इसी कारण यह कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स जैसे फेस वॉश और लोशन में भी उपयोग होता है. (Image Source - Canva)