पपीते का पेड़ अब गमले में! जानिए कैसे उगाएं ताजे फल

पपीते के पेड़ में फूल आने के बाद कुछ महीने में फल लगने लगते हैं. यह पेड़ आमतौर पर 6-9 महीने में फल देना शुरू कर सकता है.

पपीते का पेड़ अब गमले में! जानिए कैसे उगाएं ताजे फल
Noida | Published: 2 Apr, 2025 | 04:17 PM

क्या आप चाहते हैं कि आपके घर की बालकनी या छत पर एक ताजगी से भरपूर पपीता का पेड़ हो? अब यह सपना सच हो सकता है, क्योंकि आप गमले में भी पपीते का पेड़ उगा सकते हैं. जी हां, सही देखभाल और थोड़ी सी मेहनत से आप गमले में भी पपीते के स्वादिष्ट फल पा सकते हैं. इस पेड़ को बड़ा होने के लिए बहुत ज्यादा जगह की जरूरत नहीं होती. तो आइए जानते हैं कैसे और कौन-कौन सी बातों का ध्यान रखें, ताकि आपका गमले में लगा पपीते का पेड़ तंदरुस्त और फलदार हो.

गमले का आकार

पपीते के पेड़ को गमले में उगाने के लिए गमला बड़ा होना चाहिए. एक सामान्य पपीता का पेड़ लगभग 3-4 मीटर तक बढ़ सकता है, इसलिए आपको कम से कम 15 से 20 इंच गहरा और चौड़ा गमला चाहिए. गमले के नीचे जल निकासी के लिए छेद जरूर होने चाहिए, ताकि पानी जमा न हो और जड़ें सड़ी न जाएं.

मिट्टी का चुनाव

पपीते को हल्की, रेतीली और पोषक तत्वों से भरपूर मिट्टी की जरूरत होती है. आप गमले में अच्छी तरह से सड़ी हुई गोबर की खाद, मिट्टी और थोड़ी सी रेत मिलाकर एक हल्की मिश्रण बना सकते हैं. इससे मिट्टी में अच्छे से जल निकासी होगी और पौधे को उगने में मदद मिलेगी.

धूप और तापमान

पपीते का पेड़ सूरज की सीधी रोशनी में बहुत अच्छा बढ़ता है, इसलिए गमले को ऐसे स्थान पर रखें जहां उसे 6-8 घंटे सीधी धूप मिले. पपीता गर्मी पसंद करता है और तापमान 25°C से 30°C के बीच होना चाहिए. अगर आपके क्षेत्र में ठंडा मौसम है, तो आपको इसे अंदर रखने की आवश्यकता हो सकती है, क्योंकि पपीता ठंडे तापमान में नहीं उग पाता.

पानी देना

पपीते के पेड़ को लगातार पानी की जरूरत होती है, लेकिन अत्यधिक पानी देने से बचें. गमले में पानी का जल स्तर बहुत ज्यादा बढ़ने से जड़ें सड़ सकती हैं. इसलिए मिट्टी को हल्का नम रखें और जब मिट्टी सूखने लगे, तभी पानी दें. गर्मी के मौसम में पपीते को अधिक पानी की जरूरत हो सकती है, जबकि सर्दी में पानी कम देना चाहिए.

खाद और पोषक तत्व

पपीता के पेड़ को अच्छे पोषण की आवश्यकता होती है, ताकि वह स्वस्थ रहे और अच्छे फल दे सके. हर 15-20 दिन में तरल खाद (जैसे तरल गोबर की खाद या रासायनिक उर्वरक) डालें.

नियमित देखभाल और छंटाई

पपीते के पौधों को नियमित रूप से छंटाई की जरूरत होती है, ताकि वह स्वस्थ और मजबूत बने रहे. पत्तियों या शाखाओं को काटकर दूर करें, ताकि पौधा बेहतर तरीके से बढ़ सके और फल आने की प्रक्रिया में कोई रुकावट न हो.

फूल और फल

पपीते के पेड़ में फूल आने के बाद कुछ महीने में फल लगने लगते हैं. ध्यान रखें कि पपीता के पेड़ में फल आने के लिए अच्छे स्वास्थ्य और सही देखभाल की जरूरत होती है. यह पेड़ आमतौर पर 6-9 महीने में फल देना शुरू कर सकता है, लेकिन पपीते का सही आकार और स्वाद पाने के लिए थोड़े समय का इंतजार करना पड़ सकता है.

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