Telangana News: कपास की खेती में हो रहा था घाटा तो किसान ने दे दी अपनी जान

तेलंगाना में पिछले तीन महीनों में किसानों की आत्‍महत्‍या के मामले बढ़ते जा रहे हैं. किसान फसल में भारी गिरावट और रायथु भरोसा निवेश सहायता योजना में हो रही देरी से निराश हैं.

Telangana News: कपास की खेती में हो रहा था घाटा तो किसान ने दे दी अपनी जान
Noida | Updated On: 21 Mar, 2025 | 07:21 PM

तेलंगाना में किसान आत्‍महत्‍या का एक और मामला सामने आया है. यहां पर शुक्रवार को थलामदुगु मंडल के सुनकीडी गांव में खेती में हो रहे घाटे से परेशान एक और किसान ने आत्महत्या कर ली. पुलिस और गांव वालों के अनुसार 48 साल के कुमारी लिंगन्‍ना की लाश उनके खेत में पेड़ से लटकी पाई गई. लिंगन्‍ना अपनी कपास की फसल में भारी गिरावट और रायथु भरोसा निवेश सहायता योजना में हो रही देरी से निराश थे. उन्होंने अपनी चार एकड़ जमीन पर कपास की फसल उगाई थी. उपज में गिरावट के कारण उन्हें घाटा हुआ. उनके परिवार में पत्‍नी और दो बेटे हैं.

तीन महीनों में 10 किसानों की आत्‍महत्‍या

लिंगन्‍ना की पत्नी लक्ष्मी से मिली शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है और जांच शुरू कर दी गई है. पिछले तीन महीनों में जिले में कम से कम 10 किसानों ने आत्महत्या की है. पोशेट्टी (60) ने पांच मार्च को नेराडिगोंडा मंडल के वदुर गांव में अपनी पत्‍नी इंदिरा के साथ आत्महत्या का प्रयास करने के बाद रिम्स-आदिलाबाद में इलाज के दौरान अंतिम सांस ली. इंदिरा किसी तरह बच गई. इससे पहले, जिले में नौ किसानों ने आत्महत्या कर ली थी.

कर्ज न चुका पाने से निराश किसान

ये सभी किसान 1 दिसंबर से 15 फरवरी के बीच ऋण चुकाने में असमर्थता से निराश थे. तेलंगाना के इस जिले में कृषि संकट दिन पर दिन गंभीर होता जा रहा है. दो दिन पहले ही जगतियाल के वेल्दुर्थी में कर्ज न चुका पाने के कारण 18 मार्च, मंगलवार को 55 साल के किसान मथालपुरम राजम ने आत्महत्या कर ली. ग्रामीणों के अनुसार राजम ने गांव में एक पेड़ से लटककर अपनी जान दे दी. उनके बेटे मल्लेशम की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी.

मजदूर न मिलने से किसान ने दी जान

17 मार्च को वेंकटपुरम मंडल के बेस्टागुडेम गांव में मिर्च की खेती करने वाले एक किसान ने आत्महत्या कर ली. पुलिस के अनुसार 39 साल के रामेला सतीश ने अपनी तीन एकड़ जमीन पर मिर्च की खेती की थी. बताया जा रहा है कि वह फसल काटने के लिए मजदूरों की कमी से परेशान थे. फसल जमीन पर गिर रही थी जिससे उन्‍हें भारी नुकसान हो रहा था. इस बात से परेशान होकर वह डिप्रेशन में थे. पिछले 15 दिनों से काफी शराब पीने लगे थे. सुबह वह शराब के नशे में धुत्त होकर मिर्च के खेत में गया. यहां पर उन्‍होंने कीटनाशक पीकर जान दे दी.

Published: 21 Mar, 2025 | 07:21 PM

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