देश में चीनी का बंपर उत्पादन.. यूपी सबसे आगे, इथेनॉल डायवर्जन बढ़ेगा
गन्ना उत्पादन बेहतर रहने के साथ ही अच्छे मॉनसून के असर से चीनी रिकवरी बेहतर हुई है. इस्मा ने कहा है कि इस बार बंपर चीनी उत्पादन दर्ज किया गया है.

देश में चालू सीजन में चीनी का बंपर उत्पादन हुआ है. जबकि, अभी भी 38 चीनी मिलें चल रही हैं. ऐसे में अनुमान है कि इस बार चीनी की कीमतें स्थिर रहेंगी और उपभोक्ताओं को महंगी शक्कर का बोझ नहीं झेलना होगा. वहीं, इस बार इथेनॉल डायवर्जन के लिए अधिक चीनी का इस्तेमाल किया जाएगा. चीनी उत्पादन में उत्तर प्रदेश ने सभी राज्यों को पीछे छोड़ दिया है. एक्सपर्ट ने कहा कि इस बार गन्ने का अच्छा उत्पादन होने के साथ ही रिकवरी भी बेहतर रही है. इसके चलते उत्पादन में उछाल दर्ज किया गया है.
चीनी उत्पादन 254 लाख टन के पार पहुंचा
भारतीय शुगर बायो एनर्जी एंड मैन्यूफैक्चर एसोसिएशन (ISMA) ने 15 अप्रैल 2025 तक राष्ट्रीय स्तर पर चीनी उत्पादन के आंकड़े जारी किए हैं. इस्मा के अनुसार चालू शुगर सीजन 2024-25 चीनी उत्पादन 254.97 लाख टन तक पहुंच गया है. जबकि, अभी भी 38 मिलें चल रही हैं. ऐसे में कुल चीनी उत्पादन 255 लाख टन के पार जाने का अनुमान है. इस बार लगभग 35 लाख टन चीनी को इथेनॉल बनाने में इस्तेमाल किए जाने की उम्मीद है, जबकि बीते साल 21.5 लाख टन चीनी का इस्तेमाल किया गया था.
यूपी ने उत्पादन में महाराष्ट्र को पछाड़ा
उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 91.10 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है. जबकि, राज्य में अभी भी लगभग 22 मिलें चालू हैं. इनमें से लगभग 16 मिलें पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चल रही हैं. महाराष्ट्र में 80.76 लाख टन चीनी उत्पादन हुआ है. इसी तरह कर्नाटक में 40.40 लाख टन और गुजरात में 8.86 लाख टन चीनी उत्पादन दर्ज किया गया है. इसके अलावा तमिलनाडु में 4.70 लाख टन चीनी का उत्पदान हुआ है. अन्य राज्यों में 29.15 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है.
गन्ना उत्पादन और रिकवरी में सुधार
इस्मा ने कहा कि गन्ने की बेहतर पैदावार के चलते उत्तर प्रदेश में गन्ने की उपलब्धता में सुधार हुआ है. 22 मिलें चालू मई 2025 के पहले सप्ताह तक चालू रहने की उम्मीद है. इसके अलावा, सीजन की दूसरी छमाही में चीनी की रिकवरी में भी सुधार हुआ है, जिसके चलते चीनी का बेहतर उत्पादन हुआ है. जबकि, महाराष्ट्र में पुणे जिले में एक चीनी मिल मई 2025 के दूसरे सप्ताह तक चालू रहने की उम्मीद है.
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