खेत में सांप काट ले तो किसान तुरंत करें ये 6 काम, बच सकती है जान
एक रिपोर्ट के अनुसार हर साल भारत में करीब 58,000 लोग सांप के काटने से मरते हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि 50 से 60% केस जंगलों में नहीं, बल्कि घरों और खेतों के पास होते हैं.

खेतों और बाग-बगिचों में सांप का दिखना आम बात है, लेकिन कई बार ये किसानों के लिए जानलेवा भी साबित हो जाता है. खासकर गर्मियों और बरसात के मौसम में जब सांपों की गतिविधि बढ़ जाती है. खेतों में काम करते वक्त अक्सर जब किसी किसान का पैर सांप पर पड़ जाता है, तो सांप डंसने में देर नहीं करता. इसके बाद अगर सही जानकारी न हो तो कई बार किसानों को जान से हाथ धोना पड़ता है. आइए जानते हैं कि अगर आपको सांप काट ले तो सही समय पर सही उपचार कैसे करें.
सांप कहां-कहां काटते हैं सबसे ज्यादा?
एक रिपोर्ट के अनुसार हर साल भारत में करीब 58,000 लोग सांप के काटने से मरते हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि 50 से 60% केस जंगलों में नहीं, बल्कि घरों और खेतों के पास होते हैं. आधे से ज्यादा लोग उस वक्त कटे जब वे टहल रहे थे, बागवानी कर रहे थे या खेतों में काम कर रहे थे.
खेत में सांप क्यों आते हैं?
सांप अक्सर पानी या चूहे की तलाश में घरों और खेतों के पास आ जाते हैं. खेतों के आसपास झाड़ियाँ और कचरा चूहों का घर बन जाते हैं, या फिर चूहे अनाज खाने के लिए खेतों में बिल बनाकर रहने लगते हैं. ऐसे में सांप उनकी तलाश में खेतों की ओर चले आते हैं.
सांप का काटना: पहचान और लक्षण
ज्यादातर सांप के काटने के केस हाथ-पैरों पर होते हैं. अक्सर काटने पर दर्द नहीं होता, बस हल्की खरोंच, सूजन या खून बह सकता है. लेकिन कुछ घंटों में उल्टी, बेहोशी, सांस लेने में तकलीफ, मांसपेशियों में कमजोरी या शरीर का लकवा जैसी गंभीर स्थिति भी हो सकती है.
दो तरह के सांप के काटने:
ड्राई बाइट (Dry Bite) – इसमें सांप जहर नहीं छोड़ता, लेकिन फिर भी सूजन और दर्द हो सकता है. यह कम खतरनाक होता है.
विषैला बाइट (Venomous Bite) – इसमें सांप जहर छोड़ता है जो खून और नसों को नुकसान पहुंचा सकता है. यह बेहद खतरनाक होता है.
सांप के काटने पर क्या करें:
- घरेलू नुस्खे न अपनाएं, तुरंत मेडिकल सहायता लें, क्योंकि सांप का जहर जानलेवा हो सकता है.
- पीड़ित को चलने या अंग हिलाने न दें. हिलने से जहर तेजी से शरीर में फैल सकता है. उसे एक ही जगह बैठाएं या लिटाएं.
- काटे गए हिस्से को न काटें और न ही टाइट पट्टी बांधें. इससे नुकसान और बढ़ सकता है.
- काटे गए हिस्से को मजबूती से पट्टी से बांधें और हाथ-पैर को सीधा रखें. ध्यान रखें कि खून का बहाव पूरी तरह न रुके, बस जहर की गति धीमी हो जाए.
- जगह को न धोएं और न ही मुंह से जहर निकालने की कोशिश करें. शरीर पर मौजूद जहर टेस्ट में काम आता है.
- सांप को पकड़ने या मारने की कोशिश न करें. अब जहर की पहचान के बिना भी इलाज संभव है.
- याद रहे अस्पताल में एंटी वेनम इंजेक्शन जरूर लगवाएं. ये जहर के असर को काटने में मददगार होता है
Disclaimer- यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है. कृपया चिकित्सक या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.