महिलाएं सिखा रहीं खेती के मॉडर्न तरीके, कृषि सखी योजना से बदल रही गांवों की तस्वीर
कृषि सखी योजना के तहत सरकार महिलाओं को खेती की उन्नत तकनीकों में ट्रेनिंग दे रही है, ताकि वे गांवों में जाकर अन्य किसानों और महिलाओं को मॉडर्न खेती के तरीके सिखा सकें.

खेती में अब पुरुषों की तरह ही महिलाएं भी तेजी से आगे आ रही हैं. चाहे वह खेत में जाकर किसानी करने की बात हो या कृषि से जुड़ी जानकारी और सूचनाएं लोगों तक पहुंचाना हो. अब सरकार महिलाओं को ट्रेनिंग देकर उन्हें खेती की बारीकियां किसानों को सिखाने के लिए तैयार कर रही है. इसी सोच के साथ सरकार ने एक योजना की शुरुआत की है जिसका नाम कृषि सखी योजना हैं. इस योजना की शुरुआत 15 जून 2024 की गई है. इस योजना के तहत महिलाओं को खेती के क्षेत्र में ट्रेनिंग देकर उन्हें ‘सखी’ यानी सहयोगी बनाया जा रहा है. इन कृषि सखियों का मुख्य उद्देश्य गांव-गांव जाकर बाकी किसानों को खासतौर पर प्राकृतिक खेती की जानकारी देना और उन्हें प्रैक्टिकल तरीके से सिखाना है.
कृषि सखी को हर महीने मिलेंगे 5 हजार रुपए
कृषि सखी योजना केंद्र सरकार की एक पहल है, जो राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) और कृषि मंत्रालय के सहयोग से चलाई जा रही है. इस योजना के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों (Self Help Groups) से जुड़ी महिलाओं को खेती से जुड़ी उन्नत तकनीकें जैसे जैविक खेती, फसल संरक्षण कटाई, जैविक खाद्य निर्माण, बीज संस्करण, नवीन मृदा परीक्षण तथा कृषि ड्रोन उपयोग जैसी नई तकनीकी के प्रयोग को लेकर ट्रेनिंग दी जाती हैं. इसके बाद ये महिलाएं गांवों में जाकर दूसरी महिलाओं और किसानों को भी सिखाएंगी. इसके साथ ही बता दें की हर कृषि सखी को प्रति माह 5,000 रुपए का मानदेय भी दिया जाता है. इनका चयन जिले स्तर पर बनी निगरानी समिति के माध्यम से किया जाएगा. कुछ जिलों में चयन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है.
12 राज्यों की 90 हजार महिलाओं को मिलेगी ट्रेनिंग
सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले समय में 2 करोड़ महिलाओं को कृषि सखी के रूप में तैयार किया जाए. जिसमें पहले चरण में 12 राज्यों की 90,000 महिलाओं को ट्रेनिंग दी जा रही है, जिसमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, उड़ीसा, झारखंड, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़ और मेघालय शामिल हैं. ट्रेनिंग के बाद महिलाएं हर साल 60,000 से 80,000 रुपए तक की अतिरिक्त कमाई कर सकती हैं. अब तक लगभग 34,000 महिलाओं को पैरा एक्सटेंशन एक्टिविस्ट के सर्टिफिकेट भी मिल चुके हैं. जो महिलाएं अच्छा प्रदर्शन करती हैं, उन्हें 56 दिन की एडवांस ट्रेनिंग भी दी जाएगी और भविष्य में रोजगार के और अवसर दिए जाएंगे.
नियुक्ति के लिए इन दस्तावजों की होती है जरूरत
कृषि सखियों की नियुक्ति के लिए महिलाओं के पास भारत की नागरिकता होनी चाहिए. उनकी उम्र कम से कम 18 साल होना चाहिए, महिला का ग्रामीण क्षेत्र से होना बेहद जरूरी है, और निम्न आय वर्ग से होना चाहिए. इसके साथ ही महिलाओं को आवेदन करने के लिए अपने नजदीकी कृषि विभाग कार्यालय जाना होगा. फिर फॉर्म भर कर जरूरी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड या पहचान पत्र, निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, आधार से लिंक बैंक खाते की पासबुक, मोबाइल नंबर, पासपोर्ट साइज फोटो अटैच कर जमा करना होता है.