डीएपी की जगह इस खाद का करें इस्तेमाल, फसल उत्पादन में होगा इजाफा
इस खाद में मुख्य रूप से नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटाश संतुलित मात्रा में होते हैं, जो पौधों की बढ़त और गुणवत्ता को बढ़ाते हैं.

खेती में अच्छी पैदावार पाने के लिए सही खाद का चुनाव बहुत जरूरी होता है. फिलहाल किसान पारंपरिक रूप से डीएपी और यूरिया जैसे उर्वरकों का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन अब सरकार और कृषि विशेषज्ञों द्वारा एनपीके (नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटाश) खाद को बेहतर विकल्प बताया जा रहा है. यह खाद कम खर्च में ज्यादा लाभ देने के लिए जानी जाती है. आइए जानते हैं कैसे करें एनपीके का इस्तेमाल.
क्यों करें एनपीके खाद का उपयोग?
एनपीके खाद डीएपी और यूरिया की तुलना में कम दाम में उपलब्ध होती है, जिससे किसानों की लागत कम होती है. इस खाद में मुख्य रूप से नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटाश संतुलित मात्रा में होते हैं, जो पौधों की बढ़त और गुणवत्ता को बढ़ाते हैं. साथ ही एनपीके खाद के संतुलित उपयोग से मिट्टी की उर्वरता लंबे समय तक बनी रहती है, जिससे लगातार अच्छी पैदावार संभव होती है. यह सभी फसलों के लिए उपयोगी है.
कहां से खरीदें एनपीके खाद?
किसान इसे डबल लॉक केंद्रों, पंजीकृत कृषि आदान विक्रेताओं और सहकारी समितियों से खरीद सकते हैं. सरकार द्वारा इसे सब्सिडी दर पर भी उपलब्ध कराया जा रहा है.
कैसे करें एनपीके खाद का सही उपयोग?
जरूरत से ज्यादा खाद के इस्तेमाल से फसल प्रभावित हो सकती है, इसलिए संतुलित मात्रा में ही इसका उपयोग करें. इसके साथ ही केंचुआ खाद और गोबर खाद के साथ एनपीके का मिश्रित उपयोग करने से मिट्टी की गुणवत्ता और उत्पादन दोनों में वृद्धि होगी. ध्यान रखें कि हर बार एक ही तरह की खाद और फसलों का उपयोग न करें, इससे मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है.
एनपीके खाद के फायदे
बीजों की गुणवत्ता और वजन में वृद्धि होती है.
फसल की चमक और उत्पादन बढ़ता है.
मिट्टी में आवश्यक पोषक तत्वों की कमी पूरी होती है.
बाजार में उपज का अच्छा मूल्य प्राप्त होता है.