IFFCO ने बनाई नई खाद, अब नहीं पड़ेगी यूरिया और डीएपी की जरूरत?
रिपोर्ट के अनुसार, नैनो-PNK के अनुमोदन के लिए इस हफ्ते ही सरकार को मंजूरी के लिए भेजा गया है, जिसमें कुछ समय लग सकता है.

किसानों की खाद की समस्या को हल करने के लिए सरकार लगातार नए नए प्रयास कर रही है. इस दिशा में केमिकल वाली खादों के इस्तेमाल को कम करने के लिए नैनो खाद का निर्माण किया जा रहा है. साथ ही इसके इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जाने का काम भी जोरों से चल रहा है.
इस काम में दुनिया की सबसे बड़ी उर्वरक सहकारी संस्था, इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर को-ऑपरेटिव लिमिटेड (IFFCO) अहम भूमिका निभा रही है. अब IFFCO ने नैनो-यूरिया और नैनो-डीएपी के बाद नैनो तकनीक का इस्तेमाल करते हुए नैनो-PNK भी तैयार किया है.
नैनो-PNK खाद
इस खाद की खास बात है कि ये लिक्विड न होकर दानेदार रूप में तैयार किया गया है. इस उत्पाद को सरकारी मंजूरी का इंतजार है और उम्मीद है कि अगले खरीफ सीजन में इसकी वाणिज्यिक लॉन्चिंग होगी. IFFCO के प्रबंध निदेशक और सीईओ, यू एस अवस्थी ने बताया कि नैनो-PNK का उत्पादन शुरू में IFFCO के कांडला प्लांट में किया जाएगा.
खेती की लागत होगी कम
‘बिजनेसलाइन’ की रिपोर्ट के अनुसार, यू एस अवस्थी ने बताया कि नैनो-PNK 5 किलोग्राम के बैग में मिलेगा, जिसकी कीमत 950 रुपये निर्धारित की गई है. इसमें नाइट्रोजन (एन), फॉस्फोरस (पी) और पोटाश (के) का अनुपात 20:10:10 होगा.
नहीं पड़ेगी यूरिया-डीएपी की जरूरत
अवस्थी ने यह भी बताया कि एक 5 किलोग्राम नैनो-PNK बैग के इस्तेमालसे किसान यूरिया के दो बैग (कुल 90 किलोग्राम) और डीएपी के एक बैग (50 किलोग्राम) की बचत कर सकेंगे.
वर्तमान में, किसानों को 45 किलोग्राम का यूरिया बैग 267 रुपये में मिलता है, जबकि डाइ-अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) के 50 किलोग्राम के बैग की कीमत 1,350 रुपये होती है. वहीं एमओपी के एक बैग की कीमत 1,550 रुपये है.
IFFCO के सीईओ ने कहा कि नैनो-PNK के इस्तेमालके बाद किसानों को केमिकल खाद के इस्तेमालकी आवश्यकता नहीं पड़ेगी. इससे मिट्टी की सेहत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, उत्पादन की लागत घटेगी और उपज में वृद्धि होगी. यू एस अवस्थी ने आगे बताया कि नैनो-PNK के इस्तेमालसे पौधे की जड़ों तक पोषक तत्व पहुंचेंगे.
IFFCO के सीईओ ने कहा कि परीक्षणों के दौरान नैनो-PNK से बहुत अच्छे परिणाम मिले हैं. रिपोर्ट के अनुसार, नैनो-PNK के अनुमोदन के लिए सरकार को मंजूरी के लिए भेजा गया है, जिसमें कुछ समय लग सकता है.