घर पर ऐसे बनाएं कोकोपिट, बगीचे के लिए फायदेमंद और सस्ता उपाय
कोकोपीट नारियल के छिलके (हस्क) से बनने वाला एक नेचुरल प्रोडक्ट है. जब नारियल के रेशों को निकाला जाता है, तो बचा हुआ महीन चूरा कोकोपीट कहलाता है.

अगर आप बागवानी या खेती से जुड़े हैं, तो पौधों की सेहत और मिट्टी की क्वालिटी बेहतर बनाए रखना पहली प्राथमिकता होती है. इसी जरूरत को पूरा करता है कोकोपीट, जो एक प्राकृतिक और टिकाऊ ऑप्शन माना जाता है. यह न केवल मिट्टी की जगह इस्तेमाल किया जा सकता है, बल्कि पौधों की जड़ों को मजबूत बनाने, नमी बनाए रखने और बेहतर उत्पादन में भी मदद करता है. आइए जानते हैं कि कोकोपीट क्या है, इसके फायदे क्या हैं और आप इसे अपने बगीचे या खेती में कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं.
कोकोपीट क्या है?
कोकोपीट नारियल के छिलके (हस्क) से बनने वाला एक नेचुरल प्रोडक्ट है. जब नारियल के रेशों को निकाला जाता है, तो बचा हुआ महीन चूरा कोकोपीट कहलाता है. इसे सुखाकर और प्रोसेस करके कोकोपीट ब्लॉक, ब्रिकेट्स, और टैबलेट्स के रूप में तैयार किया जाता है.
यह एक हल्का, छेदों वाला और पानी सोखने वाला माध्यम है, जो मिट्टी का बेहतरीन ऑप्शन बन सकता है. यही कारण है कि इसे हाइड्रोपोनिक खेती और ग्रीनहाउस बागवानी में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाता है.
घर पर कोकोपीट कैसे बनाएं?
-कोकोपीट बनाने के लिए सूखे नारियल के छिलकों को जमा करें और छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें.
-छिलकों को 3-4 दिनों तक पानी में भिगोकर रखें, ताकि वे नरम और प्रोसेसिंग के लिए तैयार हो जाएं.
-अब नरम हो चुके छिलकों को मशीन या हाथ से पीसकर महीन चूरा बना लें.
-इसके बाद तैयार मिश्रण को अच्छी तरह से धूप में सुखाएं, ताकि अतिरिक्त नमी पूरी तरह से निकल जाए.
-सूखे हुए कोकोपीट को छानकर किसी सूखे कंटेनर में स्टोर करें और जरूरत के अनुसार इसका इस्तेमाल करें.