खजूर की खेती के ये राज जान लेंगे, तो कभी नहीं होगी पैदावार की कमी

खजूर के पौधे एक बार लगाकर लगातार 5 साल तक उत्पादन देते हैं. एक एकड़ खेत से 5,000 किलो तक उपज ली जा सकती है.

खजूर की खेती के ये राज जान लेंगे, तो कभी नहीं होगी पैदावार की कमी
Noida | Updated On: 21 Mar, 2025 | 08:05 PM

भारत में कई राज्यों के किसान खजूर की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. विशेषकर राजस्थान, तमिलनाडु, केरल और गुजरात में बड़े स्तर पर खजूर का उत्पादन किया जाता है. स्वास्थ्य के लिहाज से खजूर पोषक तत्वों से भरपूर होता है. इसकी बाजार में साल भर मांग बनी रहती है. खजूर को सुखाकर छुहारा बनाया जाता है. इसके अलावा जूस, जैम, चटनी, अचार और बेकरी प्रोडक्ट्स भी तैयार किए जाते हैं.

जलवायु और मिट्टी 

खजूर की खेती के लिए शुष्क जलवायु सबसे अनुकूल होती है. इसे बहुत ज्यादा बारिश की जरूरत नहीं पड़ती है. इसे शुष्क और रेतीले क्षेत्रों में उगाया जाता है. कृषि एक्सपर्ट्स के मुताबिक इसकी फसल के लिए 30 डिग्री तापमान उपयुक्त माना जाता है, जबकि फल पकने के लिए 45 डिग्री तापमान जरूरी होता है.

यह पौधा करीब 25 मीटर तक ऊंचा हो सकता है. इसकी मिट्टी की बात करें तो रेतीली और भुरभुरी मिट्टी खजूर की खेती के लिए बेहतर मानी जाती है. इसकी खेती के लिए मिट्टी का pH स्तर 7 से 8 के बीच होना चाहिए और उचित जल निकासी की व्यवस्था होनी चाहिए.

खजूर की मशहूर किस्में

आमतौर पर खजूर को नर और मादा दो प्रजातियों में बांटा गया है. बरही किस्म सबसे अधिक पैदावार देने वाली होती है. इसके पौधे तेजी से बढ़ते हैं, लेकिन फलों के पकने में समय लगता है.

एक पौधा 70 से 100 किलो तक फल दे सकता है. मादा प्रजाति में बरही, खुनेजी, हिल्लावी, जामली, खदरावी और मेडजूल शामिल हैं, जबकि नर प्रजातियों में धनामी और मदसरीमेल प्रमुख हैं, जिनमें फल नहीं लगते, केवल फूल आते हैं.

रोपाई विधि

रोपाई के लिए खेत में 1 मीटर की दूरी पर गड्ढे तैयार किए जाते हैं. इनमें गोबर की खाद मिलाकर पौधे लगाए जाते हैं. एक एकड़ जमीन में करीब 70 पौधे लगाए जा सकते हैं. रोपाई के तीन साल बाद पौधे फल देने लगते हैं.

सिंचाई की जरूरत

खजूर के पौधों को बहुत अधिक पानी की आवश्यकता नहीं होती. गर्मी के मौसम में हर 15 से 20 दिन में एक बार और सर्दियों में मात्र एक बार सिंचाई करना पर्याप्त होता है.

होगी मोटी कमाई

खजूर के पौधे एक बार लगाकर लगातार 5 साल तक उत्पादन देते हैं. एक एकड़ खेत से 5,000 किलो तक उपज ली जा सकती है. बाजार में इसकी बड़ी मांग और ऊंचे दाम मिलने के कारण किसान 3 से 4 लाख रुपये सालाना आसानी से कमा सकते हैं. कम लागत और अधिक कमाई के कारण खजूर की खेती किसानों के लिए एक मुनाफे का बिजनेस बनता जा रहा है.

Published: 21 Mar, 2025 | 11:00 PM

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