किस फसल की वैरायटी है ‘क्रांति’? जानें टॉप 5 किस्में
यह वैरायटी राई की एक खास किस्म है, जिसे रबी सीजन में उगाया जाता है.

भारत खेती के साथ-साथ अपनी विविधताओं के लिए भी जाना जाता है. हर राज्य और जलवायु यहाँ की फसलों को एक-दूसरे से अलग बनाते हैं. भारतीय फसलें सिर्फ अपने स्वाद के लिए ही नहीं, बल्कि अपने अनोखे नामों के लिए भी जानी जाती हैं. ऐसी ही एक फसल की वैरायटी का नाम ‘क्रांति’ है.
दरअसल, यह वैरायटी राई की एक खास किस्म है, जिसे रबी सीजन में उगाया जाता है. राई एक प्रमुख तिलहन फसल है, और इसकी खेती किसानों के बीच काफी लोकप्रिय है. इस फसल की खास बात यह है कि इसे कम पानी और कम लागत में भी उगाया जा सकता है. आइए जानते हैं राई की कुछ अन्य उन्नत किस्मों के बारे में:
राई की पांच उन्नत किस्में
क्रांति किस्म
राई की यह किस्म 125 से 130 दिनों में तैयार हो जाती है. इस किस्म से किसानों को प्रति हेक्टेयर 20 से 22 क्विंटल राई का उत्पादन आसानी से मिल जाता है. इसके बीजों में 40% तक तेल पाया जाता है.
वरुण किस्म
यह किस्म 135 से 140 दिनों में तैयार हो जाती है. प्रति हेक्टेयर 20 से 22 क्विंटल राई का उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है, और इसमें 42% तक तेल होता है.
राजेंद्र सुफलाम किस्म
राई की इस किस्म को तैयार होने में 105 से 115 दिनों तक का समय लगता है. इस किस्म से प्रति हेक्टेयर 12 से 15 क्विंटल राई का उत्पादन हो सकता है, और इसमें 40% तक तेल पाया जाता है.
पूसा बोल्ड किस्म
राई की यह किस्म 120 से 140 दिनों में तैयार होती है. इससे प्रति हेक्टेयर 18 से 20 क्विंटल राई का उत्पादन हो सकता है, और इसमें 42% तक तेल होता है.
राजेंद्र राई पछेती किस्म
इस किस्म को 105 से 120 दिनों में उगाया जा सकता है. इससे प्रति हेक्टेयर 15 से 18 क्विंटल राई का उत्पादन होता है, और इसमें 41% तक तेल पाया जाता है.