आम के फल के लिए जानलेवा है झुलसा रोग, चौपट होने से पहले ऐसे करें फसल का बचाव
ब्लॉसम ब्लाइट दरअसल एक तरह की फंगस है जो आम के पेड़ों का फूल लगने के समय प्रभावित करती है. आईसीएआर की तरफ से आम के किसानों को चेतावनी दी गई है कि इस रोग की चपेट में आए फूल और नए फल झड़ सकते हैं.

आम का सीजन आने को है और किसान उम्मीद कर रहे हैं कि भरपूर पैदावार से उन्हें अच्छी इनकम होगी. वहीं देश के कुछ हिस्सों जैसे चित्तूर के किसान आम के फूल झड़ने से परेशान हैं. कभी-कभी आम के फूलों में एक तरह का झुलसा रोग हो जाता है. यह रोग फसल को पूरी तरह से चौपट कर सकता है. इस बीमारी को मैंगो ब्लासम ब्लाइट के नाम से भी जानते हैं. विशेषज्ञों की मानें तो अगर एक बार पेड़ में यह बीमारी लग गई तो फिर फसल को बच पाना मुश्किल हो जाता है. जानिए क्यों यह बीमारी आम की फसल के लिए है जानलेवा और कैसे आप आम की फसल को इससे बचा सकते हैं.
झड़ सकते हैं आम के फूल
ब्लॉसम ब्लाइट दरअसल एक तरह की फंगस है जो आम के पेड़ों का फूल लगने के समय प्रभावित करती है. आईसीएआर की तरफ से आम के किसानों को चेतावनी दी गई है कि इस रोग की चपेट में आए फूल और नए फल झड़ सकते हैं जिससे उपज पर काफी असर पड़ सकता है. आइसीएआर के अनुसार उच्च आर्द्रता और बारिश, इस फंगस को तेजी से फैलने में मदद करती है. इससे आम की फसल खतरे में पड़ जाती है.
कैसे करें इससे बचाव
किसानों को सतर्क रहने की जरूरत है. वैज्ञानिकों के मुताबिक ब्लॉसम ब्लाइट के शुरुआती लक्षणों के लिए अपने बागों की निगरानी करनी चाहिए. अगर प्रभावित पैनिकल्स का पता चलता है, तो फफूंदनाशक स्प्रे के जरिये समय पर इसका प्रबंधन करना चाहिए. इसके अलावा कार्बेन्डाजिम 12 + मैन्कोजेब 63 WP या ट्राइफ्लोक्सीस्ट्रोबिन + टेबुकोनाजोल को प्रति लीटर पानी में निर्धारित मात्रा में मिलाकर छिड़काव करके रोग को प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया जा सकता है. संक्रमण के पहले लक्षणों पर छिड़काव करने से रोग फैलने से रोकता है और फल लगने के लिए स्वस्थ पैनिकल्स सुनिश्चित करता है.
बाग में सफाई रखना है जरूरी
फफूंदनाशक उपचार के साथ-साथ, बाग में सफाई रखना और पेड़ों के चारों ओर जरूरी एयर वैंटिलेशन सुनिश्चित करना जरूरी है. ऐसा करने से नमी के स्तर को कम करने और फफूंद के विकास को रोकने में मदद मिलती है. इन उपायों को अपनाकर किसान अपने आम के बागों को बौर झुलसा रोग से बचा सकते हैं. इससे फल उत्पादन में सुधार होगा और उनकी आय भी बढ़ेगी.