चने की फसल को खरपतवार से बचाने के आसान उपाय

चने की फसल पर सबसे बड़ा खतरा खरपतवार से होता है. आगे जानिए कि कैसे आप इस समस्या से निजात पा सकते हैं?

चने की फसल को खरपतवार से बचाने के आसान उपाय
Noida | Updated On: 12 Mar, 2025 | 08:31 PM

चना भारत की एक प्रमुख दलहनी फसल है, जिसे रबी सीजन में उगाया जाता है. प्रोटीन से भरपूर चने की खेती कम पानी में की जा सकती है. इसकी फसल पर सबसे बड़ा खतरा खरपतवार से होता है. अगर खरपतवारों पर समय रहते नियंत्रण नहीं किया जाए, तो यह फसल के पोषक तत्वों को खत्म कर सकती है. इस खरपतवार से फसल का उत्पादन 30-40% तक घट सकता हैं. आइए जानते हैं कुछ प्रभावी उपाय, जिनसे आप चने की फसल को खरपतवारों से बचा सकते हैं.

कौन से खरपतवार?

चने के खेत में मुख्य रूप से बथुआ, हिरणखुरी, अकवन, सती, मूंज घास, क्रूसीफर खरपतवार और डोब घास जैसी खरपतवार मिलते हैं. ये चने को मिलने वाले पोषक तत्वों को खत्म कर देते हैं, जिससे फसल को भारी नुकसान होता है.

जरूरी ध्यान देने वाली बातें

 

खेत की तैयारी
चने की बुवाई से पहले खेत की अच्छी तरह जुताई करें. साथ ही पहली बारिश के बाद एक गहरी जुताई करें, ताकि खरपतवार के बीज पैदा न हो पाएं. खरपतवारों की जड़ों को खत्म करने के लिए रोटावेटर या हैरो से मिट्टी को भुरभुरा कर दें.

फसल चक्र का पलान करें
हर साल खेत में एक तरह की फसल न लगाएं. फसल चक्र अपनाएं जिससे चने की खेती के साथ गेहूं, सरसों या ज्वार-बाजरा की फसल लेने से खरपतवारों का प्रभाव कम होता है.

निराई-गुड़ाई
चने की फसल लगने के 20-30 दिन के अंदर ही पहली निराई-गुड़ाई कर लें. इसके बाद दूसरी गुड़ाई 40-45 दिन बाद करें, ताकि खरपतवार पूरी तरह नष्ट हो जाएं.

मल्चिंग तकनीक का इस्तेमाल
खेत में पुआल या घास की परत बिछाने से खरपतवारों का इजाफा रुक सकता है. साथ ही यह नमी को बनाए रखने में भी मदद करता है. इससे फसल को अधिक पोषण मिलता है.

जैविक और केमिकल कंट्रोल
खरपतवार को रोकने के लिए 30% पेन्डीमिथालिन या 10% इमेजाथापायर का छिड़काव बुवाई के तुरंत बाद करें. इसके साथ ही ऑर्गेनिक कंट्रोल के लिए गोमूत्र, नीम का अर्क या देशी खाद के इस्तेमाल से खरपतवारों पर नियंत्रण पाया जा सकता है.

बुवाई का सही तरीका
चने की बुवाई करते समय सही दूरी और उचित बीज का इस्तेमाल करें. बीजों को लाइनों के बीच 30-35 सेमी की दूरी पर लगाएं. ज्यादा घनी बुवाई से खरपतवारों के लिए जगह नहीं बचती और वह पनप नहीं पाते हैं.

बताए गए उपायों की मदद से खरपतवारों पर नियंत्रण पाया जा सकता है. अगर किसान सही तकनीक अपनाते हैं, तो उनकी चने की फसल अधिक उपज देने के साथ-साथ बेहतर गुणवत्ता वाली होगी.

Published: 12 Mar, 2025 | 11:23 PM

Topics: