गेंहू की कटाई के बाद खेत में करें इन चीजों की खेती, होगा बड़ा फायदा

किसान, गेहूं की कटाई के बाद अक्‍सर खाली पड़े खेत पर सोयाबीन, मक्का, सूरजमुखी, ज्वार, सरसों या बाकी फलियां जैसी फसलें उगाना पसंद करते हैं. ये विकल्‍प मिट्टी में खत्‍म हुए पोषक तत्‍वों की कमी की पूर्ति करते हैं.

गेंहू की कटाई के बाद खेत में करें इन चीजों की खेती, होगा बड़ा फायदा
Agra | Updated On: 10 Mar, 2025 | 09:09 PM

गेहूं की कटाई का समय शुरू होने में बस कुछ ही दिन बचे हैं. इसके बाद गेहूं के खेत खाली हो जाएंगे और किसान इस पर दूसरी फसलें बो सकते हैं. लगातार खेती से कभी-कभी मिट्टी की उर्वरा शक्ति खत्‍म हो जाती है. ऐसे में कुछ ऐसी फसलें होती हैं जिन्‍हें अगर गेहूं के खाली पड़े खेतों में बोया जाए तो मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ जाती है. विशेषज्ञों का कहना है कि इन फसलों को बोने से किसानों को फायदा होता है और उनकी आय में भी इजाफा हो सकता है.

इन फसलों का करें चयन

किसान, गेहूं की कटाई के बाद अक्‍सर खाली पड़े खेत पर सोयाबीन, मक्का, सूरजमुखी, ज्वार, सरसों या बाकी फलियां जैसी फसलें उगाना पसंद करते हैं. ये विकल्‍प गेहूं की फसल की वजह से मिट्टी में खत्‍म हुए पोषक तत्‍वों की कमी की पूर्ति करते हैं. फलियां अपनी नाइट्रोजन-फिक्सिंग क्षमताओं के कारण विशेष तौर पर फायदेमंद होती हैं. इस अभ्यास को फसल चक्र के रूप में जाना जाता है और यह समग्र रूप से मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार करता है.

मौसम को ध्‍यान में रखें

गेहूं के बाद मटर, सेम और तिपतिया घास जैसी फलियां बेहतरीन विकल्प हैं. ये फसलें अपनी जड़ों के माध्यम से मिट्टी में नाइट्रोजन जोड़ सकते हैं. किसानों को फसलों का चयन करते समय जलवायु और बढ़ते मौसम पर विचार करना चाहिए. गर्मी के महीनों में सूरजमुखी या ज्वार जैसी गर्म मौसम की फसलों का चयन करें.

सूरजमुखी जैसी गहरी जड़ों वाली फसलें मिट्टी को हवादार बनाने और संरचना में सुधार करने में मदद कर सकती हैं. गेहूं की कटाई के बाद मिट्टी की उर्वरता को बरकरार रखने के लिए इसकी गहरी जुताई करना बेहद जरूरी है. अगर मिट्टी की गहरी जुताई की जाए तो एयर वेंटीलेशन बेहतर होता है और उर्वरा शक्ति में इजाफा होता है.

कौन सी फसल रहेगी सही

खरपतवार को मारने के लिए कुट्टू की खेती बेहतर करार दी गई है.
उच्च मूल्य वाली गर्मी की फसल के लिए सोयाबीन, मक्का का चुनाव करें.
चारे या पशु चारे के लिए सोरघम, सूडानग्रास का चुनाव करें.
मिट्टी की स्थिति में सुधार और परागण के लिए सूरजमुखी की खेती सही मानी गई है.

Published: 11 Mar, 2025 | 10:00 AM

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