देश की पहली सहकारिता यूनिवर्सिटी में पीएचडी भी होगी, हर साल 8 लाख युवा ट्रेंड होंगे
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि न्यू एज कोऑपरेटिव कल्चर की शुरुआत भी इस सहकारी यूनिवर्सिटी से होगी. हमने कोऑपरेटिव क्षेत्र की जरूरत को ध्यान में रखते हुए कोर्स डिज़ाइन किए हैं.

ग्रामीण प्रबंधन संस्थान आनंद (IRMA) को देश की पहली सहकारिता यूनिवर्सिटी बनाने के विधेयक को लोकसभा से मुहर लग गई है. केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी. हर साल 8 लाख प्रोफेशनल्स ट्रेनिंग लेकर निकलेंगे, जो ग्रामीण विकास में अहम भूमिका निभाएंगे. उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी में डिग्री, डिप्लोमा के साथ ही पीएचडी कोर्स भी उपलब्ध होंगे. इस त्रिभुवन का स्थान गुजरात है मगर इस विश्वविद्यालय का कार्यक्षेत्र सम्पूर्ण भारत है.
हर साल 8 लाख युवा ट्रेनिंग हासिल करेंगे
केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में कहा कि आजादी के 75 वर्षों बाद देश को पहला सहकारी विश्वविद्यालय मिल रहा है, जिससे प्रति वर्ष 8 लाख लोग प्रशिक्षित होंगे. ‘त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय’ से सहकारिता में नवाचार और अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय से देश को सहकारिता की भावना और आधुनिक शिक्षा से युक्त युवा सहकारी नेतृत्व मिलेगा. उन्होंने कहा कि यह त्रिभुवन सहकारी यूनिवर्सिटी ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करने के साथ सहकारिता क्षेत्र में नवाचार और अनुसंधान को बढ़ावा देगी.
डिग्री-डिप्लोमा के साथ पीएचडी भी होगी
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि न्यू एज कोऑपरेटिव कल्चर की शुरुआत भी इस सहकारी यूनिवर्सिटी से होगी. हमने यूनिवर्सिटी के बनने से पहले ही कोऑपरेटिव क्षेत्र की जरूरत को ध्यान में रखते हुए कोर्स डिज़ाइन का काम कर दिया है. यहां डिग्री और डिप्लोमा कोर्स उपलब्ध होंगे, साथ ही पीएचडी की डिग्री भी दी जाएगी.
यूनिवर्सिटी का सहकारिता विकास में बड़ा रोल रहेगा
ग्रामीण प्रबंधन संस्थान आनंद (IRMA) के प्रोफेसर राजेश जैन ने कहा कि IRMA को त्रिभुवन सहकारी यूनिवर्सिटी में बदलने के निर्णय के लिए मैं भारत सरकार का धन्यवाद करता हूं, यह यूनिवर्सिटी भारत के सहकारिता क्षेत्र में बहुत ही महत्वपूर्ण व अहम भूमिका निभाएगी. नेफेड के प्रबंध निदेशक दीपक अग्रवाल ने कहा कि त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय को नेफेड का पूरा सहयोग मिलेगा.
युवाओं को शोध के नए अवसर मिलेंगे – छात्र
ग्रामीण प्रबंधन संस्थान आनंद (IRMA) के 45TH बैच के छात्र विश्वास श्रीवास्तव ने कहा कि IRMA का त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय में रूपांतरित होने से छात्रों को निश्चित रूप से उन्नत शैक्षिक संसाधन, शोध करने के नए अवसर और वैश्विक स्तर पर नए अवसर प्राप्त होंगे. उन्होंने कहा कि इरमा चुनते समय सबसे पहले मेरे गांव के लिए कोई एफपीसी या कोऑपरेटिव मूवमेंट शुरू करने का आईडिया था, उसे इरमा आकर पंख लगे हैं.