शहतूत की खेती से भरतपुर के किसान हो रहे मालामाल, सुपरफूड की बढ़ी डिमांड
छत्तीसगढ़ के भरतपुर वनांचल क्षेत्र के किसान शहतूत की खेती से अच्छी आमदनी कमा रहे हैं. शहतूत की बढ़ती मांग और इसके पोषण से भरपूर होने के कारण किसानों के लिए एक आकर्षक विकल्प बन गया है.

पारंपरिक खेती से सीमित मुनाफा कमाने वाले किसानों के लिए अब शहतूत (Mulberries) की खेती किसी वरदान से कम नहीं साबित हो रही है. भरतपुर वनांचल क्षेत्र के कई किसान अब शहतूत की खेती को अपना कर अच्छी आमदनी कमा रहे हैं. इस क्षेत्र में शहतूत की मांग लगातार बढ़ रही है, जिससे किसानों को बाजार में उचित दाम भी मिल रहे हैं. स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद और पोषण से भरपूर होने के कारण शहतूत की डिमांड तेजी से बढ़ रही है, जिससे किसानों के लिए यह नया मुनाफे का जरिया बन चुका है.
क्या है शहतूत और क्यों है खास?
शहतूत एक छोटा, रसीला और मीठा फल होता है, जो तीन मुख्य रंगों – लाल, काले और सफेद में पाया जाता है. इसका उत्पादन गर्मियों की शुरुआत में होता है और इसकी बाजार में जबरदस्त मांग रहती है. पोषण की दृष्टि से भी यह एक सुपरफूड माना जाता है, क्योंकि इसमें विटामिन सी, के, आयरन, कैल्शियम और पोटेशियम प्रचुर मात्रा में होते हैं. इसमें मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट हृदय रोगों, डायबिटीज और पाचन संबंधी समस्याओं में भी फायदेमंद होते हैं.
किसानों को अच्छा मुनाफा
किसानों का माना है की इस साल उनके पेड़ फलों से लदे हुए हैं और बाजार में इसकी जबरदस्त मांग भी हैं. उन्होंने बताया कि ‘हमें प्रति किलो 50-60 रुपये तक की कीमत मिल रही है. छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश तक इसकी सप्लाई की जा रही है. इस बार हमें 50-60 हजार रुपये तक का मुनाफा होने की उम्मीद है.’
स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है शहतूत
शहतूत न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है. इसमें फाइबर, विटामिन ए, बी6, सी, आयरन और जिंक प्रचुर मात्रा में होते हैं. यह इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और त्वचा को हेल्दी बनाए रखने में भी मदद करता है. इसके अलावा, इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को संक्रमण से बचाने में सहायक होते हैं.
बढ़ती डिमांड और बाजार में संभावनाएं
शहतूत की लोकप्रियता बढ़ने के कारण किसानों को अब इसका उचित दाम मिल रहा है. लोकल बाजारों के अलावा, इसकी आपूर्ति अब पड़ोसी राज्यों में भी की जा रही है. वहीं, विशेषज्ञों का मानना है कि यदि सरकार इस दिशा में किसानों को सही मार्गदर्शन और सुविधाएं प्रदान करे, तो यह क्षेत्र शहतूत उत्पादन का एक बड़ा केंद्र बन सकता है.
शहतूत की खेती के फायदे:
- शहतूत की खेती में कम लागत आती है और यह किसानों को अच्छा मुनाफा देती है.
- शहतूत की खेती गर्म और शुष्क जलवायु में आसानी से हो सकती है.
- यह पोषण से भरपूर होने के कारण सुपरफूड बनता जा रहा है.
- इसकी लोकप्रियता बढ़ रही है, जिससे किसानों को बेहतर दाम मिल रहे हैं.