किसानों की दोस्त बनीं ये 3 मशीनें, चुटकियों में खत्म कर देती हैं खेती का काम

इन मशीनों के माध्यम से खेती से जुड़ा बड़े से बड़ा काम बहुत ही आसानी से किया जा रहा है, जिसमें किसानों की मेहनत भी कम लगती है. यहां पर हम ऐसी मशीनों की बात कर रहे हैं जो गेहूं, धान की कटाई के साथ पराली प्रबंधन में मदद कर रही हैं.

किसानों की दोस्त बनीं ये 3 मशीनें, चुटकियों में खत्म कर देती हैं खेती का काम
नोएडा | Updated On: 22 Apr, 2025 | 12:56 PM

आज के समय में जब हर चाज आधुनिक होती जा रही है. हर क्षेत्र में तकनीक का इस्तेमाल कर विकास किया जा रहा है. ऐसे में कृषि क्षेत्र में भी तकनीक आधुनिकता का प्रयोग किया जा रहा है. तकनीकी मशीनों का इस्तेमाल खेती में भी किया जा रहा है. इन मशीनों के माध्यम से खेती से जुड़ा बड़े से बड़ा काम बहुत ही आसानी से किया जा रहा है, जिसमें किसानों की मेहनत भी कम लगती है. इन मशीनों के इस्तेमाल से किसान गेहूं, धान की बुवाई से लेकर कटाई और पराली प्रबंधन तक आसानी से कर सकते हैं.

सुपर सीडर मशीन

सुपर सीडर मशीन (Super Seeder Machine) का इस्तेमाल ट्रैक्टर में जोड़ कर किया जाता है. इस मशीन के इस्तेमाल से धान और गेहूं की कटाई के बाद फसल अवशेषों को खेत में फैलाने में भी मदद मिलती है. इसका नतीजा यह होता है कि खेत में फैलाए गए फसल अवशेष खाद में तब्दील हो जाते हैं और फसल की पैदावार मे बढ़त होती है. बात करें इस मशीन की कीमत की तो इसकी कीमत मशीन के मॉडल और पावर क हिसाब से अलग-अलग होती है. अंदाजन एक मशीन की कीमत 2.5 लाख से 3 लाख रुपये तक होती है.

हैपी सीडर मशीन

हैपी सीडर मशीन (Happy Seeder Machine) का इस्तेमाल धान की फसल की कटाई करने के लिए किया जाता है. इसके साथ ही पराली प्रबंधन के लिए भी इस मशीन का इस्तेमाल किया जाता है. इस मशीन से फसलों की बुवाई करने पर सिंचाई में लगने वाले पानी की बचत होती है. बात करें हैपी सीडर मशीन की कीमत की तो इसकी कीमत करीब 1.5 से 2.5 लाख रुपये तक होती है.

स्ट्रॉ बेलर मशीन

पराली जलाने जैसा समस्या के समाधान के लिए यह स्ट्रॉ बेलर मशीन (Straw Baler Machine) बेस्ट है. यह मशीन पराली को खेतों में इकट्ठा करके छोटे-छोटे गट्ठर बना देती है. जिससे किसानों को पराली जलाने की समस्या से दो चार नहीं होना पड़ता है. इस मशीन की कीमत 3.25 लाख से लेकर 14.50 लाख तक हो सकती है. बता दें कि इस मशीन की कीमत मशीन के मॉजल और क्षमता पर निर्भर करती है.

Published: 22 Apr, 2025 | 12:56 PM

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