गेहूं-गन्ना और स्ट्राबेरी किसानों के लिए एडवाइजरी, जीरा-अरंडी में ये काम जरूर करें
केंद्रीय कृषि मंत्रालय की ओर से फसलों को लेकर किसानों को एडवाइजरी जारी की है. गन्ना के लिए यह उपयुक्त समय बताया गया है. लौकी और भिंडी की बुवाई करने के साथ ही जीरा, स्ट्राबेरी समेत कई फसलों के लिए सलाह दी गई है.

बदलते मौसम के चलते केंद्रीय कृषि मंत्रालय की ओर से रबी सीजन की फसलों को लेकर किसानों को एडवाइजरी जारी की है. किसानों को सलाह दी गई है कि वह पकी खड़ी फसलों की जल्दी कटाई कर लें और उपज को सुरक्षित स्थानों पर रखें. गुजरात और राजस्थान के किसानों को मूंगफली, अरंडी और स्ट्राबेरी की फसलों के लिए खास सलाह जारी की गई है. किसानों को सिंचाई से लेकर कटाई और मौसम से बचाव के तरीके बताए गए हैं.
केंद्रीय कृषि मंत्रालय की ओर से बदलते मौसम का ध्यान रखते हुए राजस्थान और गुजरात के किसानों को खेती को लेकर सलाह जारी की है. राजस्थान में गेहूं के खेतों किसानों को सिंचाई करने की सलाह दी गई है, क्योंकि राज्य में 40 डिग्री से ऊपर तापमान जा रहा है और ऐसे में देरी से बोए गए गेहूं के मजबूत हो रहे दाने के सिकुड़ने का खतरा बना हुआ है. बता दें कि विपरीत मौसम के चलते राजस्थान के कुछ हिस्सों में काफी देरी से गेहूं की बुवाई की जाती है.
इन फसलों की कटाई और बुवाई का सही समय
कृषि विशेषज्ञों ने राजस्थान के सरसों किसानों को फसल की कटाई करने की सलाह दी गई है. यहां जीरे की तैयार फसलों की कटाई करने को भी किसानों से कहा गया है. किसानों को धनिए की बुवाई करने के लिए उपयुक्त समय बताया गया है. जबकि, किसान करेले की बुवाई भी कर सकते हैं. राजस्थान में चने के खेत में निराई और गुड़ाई करने का सुझाव किसानों को दिया गया है. किसानों को गन्ने की बुवाई में तेजी लाने को भी कहा गया है. गन्ना की खेती के लिए यह उपयुक्त समय बताया गया है. इसके साथ ही लौकी की बुवाई कर लें. इसके अलावा भिंडी की बुवाई कर सकते हैं.
प्याज, मेथी फसल में कीट लगने का खतरा
कृषि वैज्ञानिकों ने राजस्थान में प्याज की फसल में कीट लगने की आशंका जताई है. ऐसे में प्याज में कीटों से बचाव के लिए कृषि विशेषज्ञों की सलाह से कीटनाशक का छिड़काव करने को कहा गया है. इस समय मेथी की फसल में कीटों से बचाव करना जरूरी है और इसलिए कृषि विशेषज्ञों की सलाह से कीटनाशक का इस्तेमाल कर लें.
गुजरात के गन्ना-धान किसानों के लिए एडवाइजरी
कृषि विशेषज्ञों ने गुजरात के किसानों को गन्ने के खेत में जरूरी उर्वरक का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है. जबकि, कुछ इलाकों में धान की रोपाई किसानों को करने को कहा गया है. जबकि, अभी भिंडी के खेत में निराई कर सकते हैं, किसान बैंगन के खेत में सिंचाई कर लें, यही टमाटर के खेत में निराई करें, इसी तरह मिर्च के खेत में निराई कर सकते हैं.
स्ट्राबेरी, मूंगफली और अरंडी के लिए सलाह
गुजरात में स्ट्रॉबेरी में किसानों को जरूरी उर्वरक डालने की सलाह दी गई है. जबकि, यहां के किसान सरसों की कटाई कर लें, इस समय चने की कटाई करें, इसके अलावा गेहूं की कटाई कर लें. वहीं, बीन की बुवाई करने का समय उचित है, साथ ही मौसम को देखते हुए केले के बागों में सिंचाई कर सकते हैं. गुजरात में अरंडी के खेत में सिंचाई करते रहे, किसान मूंगफली की बुवाई कर लें.