कौन हैं ‘मशरूम लेडी’ अनिता देवी, महिला दिवस पर संभाला पीएम मोदी का सोशल मीडिया
अनीता देवी, नालंदा जिले के अनन्तपुर गांव की रहने वाली हैं. उन्होंने 9 साल पहले अपनी माधोपुर फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड की स्थापना की.अनिता देवी मखाना बोर्ड से भी जुड़ने के बारे में सोच रही हैं.

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट छह महिलाओं को सौंपकर और उनकी सशक्त कहानियों को उजागर करके नारी शक्ति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को उजागर किया. इनमें से ही एक नाम है बिहार की अनिता देवी का जिन्होंने एक दिन के लिए पीएम मोदी का सोशल मीडिया अकाउंट संभाला. अनिता देवी नालंदा की रहने वाली हैं और उन्हें ‘मशरूम लेडी’ के तौर पर भी जानते हैं.
मशरूम उत्पादन से आत्मनिर्भरता की ओर!
अनीता देवी, नालंदा जिले के अनन्तपुर गांव की रहने वाली हैं. उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, ‘मैंने जीवन में बड़े संघर्ष देखे हैं. लेकिन मेरा हमेशा से मन था, अपने दम पर कुछ करने का. साल 2016 में मैंने खुद स्वरोजगार करने का निर्णय लिया था. उसी दौर में स्टार्ट-अप्स का इतना क्रेज बढ़ गया था. इसलिए 9 साल पहले मैंने भी अपनी माधोपुर फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड की स्थापना की.’
आज मशरूम उत्पादन के जरिये अनिता देवी अपने परिवार को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रही हैं. अनिता देवी ने ना सिर्फ अपनी राह आसान की है, बल्कि सैकड़ों महिलाओं को रोजगार के अवसर देकर आत्मनिर्भर भी बनाया है. अब उनकी कपंनी किसानों को खाद, बीज और कीटनाशक जैसी जरूरी चीजों को भी सस्ती दरों पर उपलब्ध कराती है. अनिता देवी के अनुसार आज इस कंपनी में काम करने वाली सैकड़ों महिलाओं को, आजीविका के साथ स्वाभिमान का जीवन भी मिल रहा है.
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना!
बिहार सरकार की जीविका परियोजना और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) की मदद से उन्होंने मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण लिया था. इसके बाद उन्होंने सैकड़ों महिलाओं को भी मशरूम की खेती से जोड़ा है. अब उनका सपना है कि गांव की हर महिला अपने पैरों पर खड़ी हो. अनिता देवी के अनुसार हाल ही में जिस मखाना बोर्ड की स्थापना का ऐलान हुआ है, अब वह उससे भी जुड़ने के बारे में सोच रही हैं.
आत्मनिर्भर महिला, आत्मनिर्भर समाज!
अनिता देवी कहती हैं कि उन्हें साथ काम करने वाली महिलाओं को आत्मनिर्भर बनते देखना उनकी सबसे बड़ी खुशी है. मैं मानती हूं कि आर्थिक आजादी ही महिलाओं के सम्मान और सामाजिक स्थिति को मजबूत करती है. आज जब मेरे साथ की महिलाएं अपने परिवार के लिए कुछ अच्छा करती हैं, तो मुझे इससे सबसे ज्यादा संतोष होता है.
तो आप भी कर सकती हैं!
अनिता देवी का मानना है कि अगर वह यह काम कर सकती हूं तो ये कोई भी कर सकता है. उन्होंने अपनी तरह देश की तमाम महिलाओं जिन्हें वह बहन मानती हैं, को संदेश दिया कि वो आत्मनिर्भर बनें और अपने साथ साथ अपने परिवार का जीवन बदलने के लिए भी काम करें. अगर वो अपनी लगन और परिश्रम से आगे बढ़ने का प्रण कर लेंगी तो दुनिया की कोई शक्ति आपको नहीं रोक पाएगी.