गर्मियों में पशुओं को इन 4 बीमारियों का खतरा बढ़ा, पशुपालक ऐसे करें इलाज
पशुओं को बीमारी से बचाने के लिए उन्हें छायादार जगह पर रखना चाहिए, साथ ही पशुओं को नियमित रूप से पर्याप्त मात्रा में पानी देना चाहिए.

गर्मी के सीजन में केवल इंसान ही भीषण गर्मी और लू से परेशान नहीं होते. बल्कि पशुओं का भी गर्मियों में हाल बेहाल हो जाता है. ऐसे में जो किसान पशुपालन करते हैं , उनके लिए बहुत जरूरी है कि वो तेज धूप और गर्मी में पशुओं की सही ढंग से देखभाल करें. कई बार किसानों की लापरवाही या सही जानकारी न होने के कारण पशुओं में खतरनाक बीमारियां हो जाती हैं . जिसके कारण बाद में पशुओं की मौत भी हो जाती है. इससे किसानों को भी काफी नुकसान होता है. तो चलिए इस खबर में बात कर लेते हैं पशुओं को होने वाली कुछ बीमारियों की और कैसे उनका बचाव किया जा सके.
पशुओं में होने वाली बीमारी
कीड़े: तेज धूप और गर्मी में पशुओं के पेट में दर्द और दस्त शुरू हो जाते हैं . जिसके कारण धीरे-धीरे पशुओं का वजन भी कम होने लगता है.
सर्रा रोग: इंसानों की तरह पशुओं को भी चक्कर आने , मुंह में झाग आने जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं. पशुओं में भी बेचैनी के लक्षण पाए जाते हैं.
थिलेरिया: थिलेरिया पशुओं में होने वाली एक ऐसी बीमारी है जिसमें पशुओं को बुखार, पीलिया, हीमोग्लोबिन भी कम होने लगता है.
लम्पी सकिन डिजीज: इस बीमारी में पशुएओं की त्वचा पर नोड्यूल होने लगते हैं . इसके साथ ही उन्हें बुखार भी आने लगता है.
ऐसे कर सकते हैं बचाव
पशुओं को बीमारी से बचाने के लिए उन्हें छायादार जगह पर रखना चाहिए, साथ ही पशुओं को नियमित रूप से पर्याप्त मात्रा में पानी देना चाहिए. गर्मी में पशुओं को सही भोजन देना चाहिए और समय-समय पर पशुओं के डॉक्टर के पास जाकर उनकी जांच करवानी चाहिए. पशुओं को लू से बचाने के लिए उनके शरीर को पानी से धोना चाहिए.
इन बातों का रखें विशेष ध्यान
गर्मी के मौसम में पशुओं को विशेष देखभाल की जरूरत होती है.किसानों को अगर पशुओं में किसी भी तरह की बीमारी के लक्षण नजर आएं तो तुरंत पशुओं के डॉक्टरों के पास तुरंत ले जाना चाहिए. पशुओं को कीड़ों और परजीवियों से भी बचाना चाहिए. जितना हो सके पशुओं को धूप से बचाना चाहिए. इस तरह से पशुओं की सही तरह से देखभाल कर उन्हें बीमारियों से बचाया जा सकता है