अमेरिका ने घटाई भारतीय झींगे की मांग, एक्सपोर्ट में भारी गिरावट

अमेरिका भारत से 60 प्रतिशत तक झींगा खरीदता था, लेकिन चार सालों में इसमें भारी गिरावट दर्ज की जा रही है.

अमेरिका ने घटाई भारतीय झींगे की मांग, एक्सपोर्ट में भारी गिरावट
Agra | Updated On: 8 Mar, 2025 | 05:57 PM

भारत में एक समय था जब झींगा का व्यापार तेजी से बढ़ रहा था, लेकिन पिछले चार सालों में यह लगभग आधा हो गया है. इसकी मांग और कीमतों में भारी गिरावट के कारण सिर्फ झींगा पालन करने वाले किसान, बल्कि प्रोसेसिंग और एक्सपोर्ट करने वाले व्यापारी भी परेशान हैं. अमेरिका भारत से 60 प्रतिशत तक झींगा खरीदता था, लेकिन चार सालों में इसमें भारी गिरावट दर्ज की जा रही है. आइए जानते हैं क्यों भारतीय झींगा इन दिनों मुश्किलों में है.

झींगा व्यापार में लगातार गिरावट

झींगा उत्पादन और प्रोसेसिंग से जुड़े किसान और उद्योग जगत इन दिनों मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं. पिछले चार वर्षों से इस बाजार में लगातार गिरावट देखी जा रही है, जिससे किसानों और व्यापारियों को बड़ा नुकसान हो रहा है. मांग कम होने के साथ ही कीमतों में गिरावट आई है, जिससे उद्योग में चिंता का माहौल है. साल 2023 और 2024 में भी इस कारोबार में कोई सुधार नहीं हुआ. विशेषज्ञों के अनुसार, झींगा एक्सपोर्ट में अब तक 20 से 22 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है.

अमेरिका में निर्यात पर सबसे ज्यादा असर

हर तीन महीने में आने वाली एक्सपोर्ट रिपोर्ट भी इस गिरावट की पुष्टि कर रही है. सबसे अधिक कमी अमेरिका के साथ व्यापार में आई है. भारतीय झींगा उत्पादकों के लिए अमेरिका का रुख चिंता का विषय बन गया है. आंध्र प्रदेश में कई झींगा किसान अपने तालाब बेचने के लिए मजबूर हो गए हैं. अन्य राज्यों में भी हालात बहुत बेहतर नहीं हैं.

अमेरिका सबसे बड़ा खरीदार

झींगा उत्पादन से जुड़े विशेषज्ञ डॉ. मनोज शर्मा के अनुसार, हर साल दुनिया में करीब 60 लाख टन झींगा का उत्पादन होता है, जिसमें से 30 लाख टन बाजार में बिकता है. प्रमुख उत्पादक देशों में इक्वाडोर (15 लाख टन) और भारत (10 लाख टन) शामिल हैं.

अगर खरीदारों की बात करें, तो अमेरिका 60 प्रतिशत और चीन 30 प्रतिशत झींगा खरीदता है. साल 2021-22 में भारत ने अमेरिका को 257 करोड़ डॉलर का झींगा निर्यात किया था, लेकिन इसके बाद यह निर्यात लगातार घटता गया. नवंबर 2024-25 तक यह गिरकर मात्र 131 करोड़ डॉलर रह गया है.

अमेरिकी ड्यूटी बनी सबसे बड़ी रुकावट

अमेरिकी वाणिज्य विभाग (DOC) ने भारत से निर्यात होने वाले फ्रोजन झींगा पर अन्य देशों की तुलना में ज्यादा आयात शुल्क (ड्यूटी) लगा रखा है. उदाहरण के लिए, इक्वाडोर पर 3.75 प्रतिशत, इंडोनेशिया पर 2.84 प्रतिशत और वियतनाम पर 1.3 प्रतिशत एंटी-डंपिंग ड्यूटी लगाई गई है, जबकि भारत पर 5.75 प्रतिशत काउंटरवेलिंग ड्यूटी (CVD) लगाई गई है.

इसके अलावा, यह आशंका जताई जा रही है कि अमेरिका 2025 में भारतीय झींगा पर यह ड्यूटी बढ़ाकर 30 प्रतिशत तक कर सकता है. अमेरिकी सीनेटरों का आरोप है कि भारत अपने यहां आयातित खाद्य पदार्थों पर 30 प्रतिशत तक ड्यूटी लगाता है, इसलिए भारतीय झींगा पर भी ज्यादा शुल्क लगाया जाना चाहिए.

Published: 9 Mar, 2025 | 10:00 AM

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