खरगोश पालन से कमाएं लाखों रुपए, जानिए सफल व्यवसाय की पूरी प्रक्रिया

एक मादा खरगोश हर महीने 2 से 6 बच्चे पैदा कर सकती है. ज्यादा खरगोश यानि बिजनेस में ज्यादा मुनाफा.

खरगोश पालन से कमाएं लाखों रुपए, जानिए सफल व्यवसाय की पूरी प्रक्रिया
Noida | Updated On: 6 Mar, 2025 | 12:53 PM

देश में पशुपालन की पुरानी परंपरा है. पशुपालन में खरगोश पालन को एक लाभदायक बिजनेस माना जाता है. खरगोश को आमतौर पर मांस, चमड़ा, ऊन, साइंटिफिक रिसर्च और मनोरंजन के लिए पाला जाता है. भारत में यह बिजनेस लंबे समय से किया जा रहा है और देश की जलवायु इसके लिए अनुकूल मानी जाती है.

खरगोश पालन का फायदा

खरगोश पालन से जुड़ी जरूरी बातें

अच्छी नस्ल के खरगोश

पालन के सबसे जरूरी बात कि स्वस्थ और अच्छी नस्ल के खरगोशों का चयन करना चाहिए. इन्हें सरकारी संस्थानों या प्रमाणित फार्म से खरीदना उचित रहता है. ध्यान रहे प्रजनन के लिए 5 मादा खरगोशों पर 1 नर खरगोश होना चाहिए.

पालने के लिए पिंजरा

खरगोशों को 18” x 24” x 12” आकार के पिंजरों में रखा जाता है. इन पिंजरों को दो स्तरों में बनाया जा सकता है.

गर्भधारण और बच्चे

मादा खरगोश की गर्भावस्था 30-32 दिनों की होती है. बच्चे के जन्म से 3-4 दिन पहले पिंजरे में एक छोटा बक्सा रखा जाता है, जिसमें मादा खरगोश खुद के बाल नोचकर घोंसला बनाती है. वह दिन में सिर्फ एक बार बच्चों को दूध पिलाती है. जिसके बाद बच्चे 3-4 हफ्तों में बाहर निकलकर खाना शुरू कर देते हैं. फिर इन्हें 6-7 हफ्तों में मां से अलग किया जा सकता है. एक मादा खरगोश साल में 5 बार बच्चे दे सकती है.

खान-पान और देखभाल

खरगोश लगभग हर तरह की हरी सब्जियां, अनाज और रसोई का बचा हुआ खाना खा सकते हैं, जैसे गाजर, गोभी के पत्ते आदि. इससे उनके शरीर को अधिक पोषक तत्व मिलते हैं. वहीं खरगोशों पर बीमारियों का असर बहुत कम होता है, लेकिन सही देखभाल न की जाए तो ये आंखों में संक्रमण, छींकने, गर्दन टेढ़ी होने या पिछले पैरों में घाव जैसी समस्याओं से ग्रस्त हो सकते हैं. खरगोश का साधारण दवाओं से इलाज किया जा सकता है.

Published: 6 Mar, 2025 | 02:00 AM

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