इस बित्‍ते भर की गाय को खरीदने में खर्च हो जाते हैं लाखों, जानें इसके बारे में 

देश में गाय की 50 देसी नस्लें हैं, जिनमें से पुंगनूर नस्ल की गाय की एक खास पहचान है. यह वह गाय है जिसे उसकी छोटी कद-काठी के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है. वहीं अब गाय की  यह नस्ल गायब होने की तरफ है.

इस बित्‍ते भर की गाय को खरीदने में खर्च हो जाते हैं लाखों, जानें इसके बारे में 
Noida | Updated On: 4 Apr, 2025 | 11:28 PM

देश में गाय की 50 देसी नस्लें हैं, जिनमें से पुंगनूर नस्ल की गाय की एक खास पहचान है. यह वह गाय है जिसे उसकी छोटी कद-काठी के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है. वहीं अब गाय की  यह नस्ल गायब होने की तरफ है. ऐसे में आंध्र प्रदेश में इस नस्ल को संरक्षित करके रखा जा रहा है. पुंगनूर गाय न सिर्फ अपनी छोटी कद-काठी की वजह से आकर्षण का केंद्र है, बल्कि इसका दूध भी बहुत उच्च गुणवत्ता का होता है. साथ ही इसकी छोटी कद-काठी की वजह से ही इसका रखरखाव भी काफी आसान हो जाती है. 

आंध्र प्रदेश में हुई विकसित 

पिछले कुछ दिनों से इस गाय की लोकप्रियता में तेजी से इजाफा हुआ है और अब देशभर के लोग इसे खरीदने में रुचि दिखाने लगे हैं. अपनी कई खूबियों की वजह से पुंगनूर गाय एक अनोखी और महत्वपूर्ण नस्ल बन गई है. पुंगनूर गाय सिर्फ पांच किलो चारा खाकर आपको रोजाना तीन लीटर दूध दे सकती है. ऐसे में यह एक घर परिवार की जरूरतों के लिहाज से काफी है. पुंगनूर गाय की यह ब्रीड दक्षिण भारत के आंध्र प्रदेश में विकसित की गई है जो दुनिया की सबसे छोटी गाय कही जाती है.  इस गाय को प्राचीन काल में ऋषि-मुनियों ने भी पाला था. हालांकि, विदेशी नस्लों के प्रभाव से पुंगनूर गाय की संख्या अब घटने लगी. 

कितनी होती है कीमत 

पुंगनूर गाय का संबंध आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले के लिंगमपट्टी गांव से है. यहां एक गौशाला में पुंगनूर गाय का संरक्षण किया जा रहा है, जो चार एकड़ में फैली हुई है. इसमें करीब 300 गायें हैं. गौशाला के मालिक कृष्णम राजू ने 15 साल पहले पुंगनूर गाय खरीदी और गुंटूर के सरकारी फार्म में इसका कृत्रिम गर्भाधान कराया. इसके बाद इनकी संख्या बढ़ती गई. ये बताते हैं कि पुंगनूर गाय का छोटा आकार इसे और अधिक मूल्यवान बनाता है, सामान्य स्तर पर एक जोड़ा गाय की कीमत 1 लाख से 25 लाख रुपये तक होती है.

कितनी होती है हाइट 

सबसे छोटी गाय पुंगनूर जब पैदा होती है तो उसकी हाइट 16 से 22 इंच तक ही होती है. मिनिएचर पुंगनूर की ब्रीड को इस तरह डेवलप किया गया है कि उसकी ऊंचाई 7 इंच से 12 इंच होती है. पुंगनूर गाय की 112 साल पुरानी ब्रीड है जबकि मिनिएचर पुंगनूर को साल 2019 में डेवलप किया गया है. इस गाय का दूध बहुत ही पौष्टिक होता है. 

इस नस्‍ल की गाय का दूध औषधीय गुणों से भरा हुआ होता है. इस दूध में 8 फीसदी तक फैट होता है जो सामान्य गाय के दूध (3 से 3.5 फीसदी वसा) से कहीं ज्यादा होता है. पुंगनूर गाय प्रतिदिन तीन से पांच लीटर तक दूध देती है. इसके लिए केवल 5 किलो चारा काफी होता है. यह नस्ल सूखा प्रतिरोधी भी है, जिससे यह दक्षिण भारत के अलावा दिल्ली, यूपी, बिहार, गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश के इलाकों के लिए उपयोगी है.

Published: 7 Apr, 2025 | 07:00 AM

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