1000 रुपये किलो बिकता है इस मुर्गे का मीट, खरीदने वालों की लगती है लाइन
यहां हम मुर्गे की ऐसी नस्ल के बारे में बताने जा रहे हैं जिसका मीट 1000 रुपये किलो तक की कीमत में बिकता है, जबकि अंडा 25 रुपये का एक बिकता है.

मुर्गीपालन कम लागत में ज्यादा कमाई का व्यवसाय बनकर उभरा है. लेकिन, सही नस्ल की मुर्गियों का पालन जरूरी है. तभी मुर्गीपालक अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. यहां हम बात कर रहे हैं कड़कनाथ मुर्गी पालन की. कड़कनाथ मुर्गी का नाम आजकल काफी सुर्खियों में है. इसकी खासियत यह है कि इसका मांस और अंडे दोनों ही सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. खासकर किसानों के लिए यह कमाई का बढ़िया जरिया बन सकता है.
रंग है कड़कनाथ मुर्गी की पहचान
कड़कनाथ मुर्गी की सबसे बड़ी पहचान इसका काला रंग है. इसका मांस भी काले रंग का होता है और इसमें प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है, जबकि फैट और कोलेस्ट्रॉल बहुत कम होता है. इसी वजह से यह मुर्गी बाजार में ज्यादा दाम में बिकती है.
1 अंडे की कीमत 25 रुपये
कड़कनाथ मुर्गी का अंडा पौष्टिकता से भरपूर होता है. इसके अंडे दूसरी सफेद मुर्गियों के अंडों से अलग होते हैं. सामान्य अंडे जहां 7-8 रुपये में बिकते हैं, वहीं कड़कनाथ मुर्गी का अंडा 20 रुपये से लेकर 25 रुपये तक में बिकता है. इसका कारण है इसमें मौजूद पोषक तत्व, जो इसे और खास बनाते हैं.
1000 रुपये में बिकता है मीट
कड़कनाथ मुर्गे का मांस बाजार में आमतौर पर 700 रुपये से 1000 रुपये प्रति किलो तक बिकता है, जो सामान्य मुर्गे के मुकाबले काफी महंगा है. कड़कनाथ मुर्गे का मीट और अंडा की काफी डिमांड रहती है. कई मौकों पर कड़कनाथ मुर्गी पालकों के यहां इसकी खरीद के लिए लाइन लगी देखी जाती है.
अकेले अंडे से कमा सकते हैं 2 लाख रुपये
एक कड़कनाथ मुर्गी का एक अंडा अगर 20 रुपये में बिके तो किसान सिर्फ अंडों से ही सालभर में 2 लाख रुपये तक रुपये तक कमा सकते हैं. आमतौर पर कड़कनाथ मुर्गी 120 से ज्यादा अंडे देती है. ऐसे में अगर आपके पास 10 कड़कनाथ मुर्गी भी हैं तो आप सालाना कई लाख रुपये कमा सकते हैं.
सब्सिडी का उठाएं लाभ
किसान अगर पारंपरिक खेती के साथ-साथ कड़कनाथ मुर्गी पालन शुरू करें तो वे अच्छी आमदनी कर सकते हैं. क्योंकि कड़कनाथ मुर्गी पालन के लिए बहुत बड़े फार्म की जरूरत नहीं होती. इसे छोटे स्तर पर भी शुरू किया जा सकता है. सरकार ने किसानों को इस दिशा में बढ़ावा देने के लिए कई शेड बनाने से लेकर चूजे खरीदने के लिए सब्सिडी देती है.