इस बकरी ने 400 परिवारों की बदली किस्मत, बिहार की महिलाएं कमा रहीं लाखों रुपए

यहां किसी एक बकरी की बात नहीं हो रही है, बल्कि एक नस्ल की बात हो रही है, जिसे पालकर बिहार की एक महिला ने अपनी जिंदगी बेहतर कर ली है. जबकि, करीब 400 परिवार इस नस्ल की बकरी पालकर आर्थिक लाभ कमा रहे हैं.

इस बकरी ने 400 परिवारों की बदली किस्मत, बिहार की महिलाएं कमा रहीं लाखों रुपए
नोएडा | Updated On: 14 Apr, 2025 | 05:28 PM

आज के समय में खेती के साथ-साथ पशुपालन भी कमाई का शानदार जरिया बन गया है. गांवों में लोग गाय, भैंस और बकरी पालकर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. वहीं देखा जाए तो इनमें बकरी पालन सबसे आसान और किफायती है. कम पैसे में शुरू होने वाला यह धंधा लोगों को जल्दी फायदा देता है. अगर सही नस्ल की बकरी चुनी जाए, तो कमाई कई गुना बढ़ सकती है. ऐसी ही बकरी की एक खास नस्ल है ब्लैक बंगाल, जिसे पालकर बिहार की एक महिला ने अपनी जिंदगी बदल ली है. जबकि, करीब 400 अन्य परिवार भी इस नस्ल की बकरियां पालकर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं.

बिहार की महिला किसान की कहानी

बिहार की प्रमिला एक साल पहले दूसरों के खेतों में मजदूरी करती थीं. आज वे “पशु सखी” के नाम से जानी जाती हैं. स्वयं सहायता समूह से 22 हजार रुपये का कर्ज लेकर उन्होंने ब्लैक बंगाल बकरी पालन शुरू किया. इस व्यवसाय से अच्छा मुनाफा कमाने के बाद उनकी प्रेरणा से पंचायत की 400 महिलाओं ने भी बकरी पालन शुरू किया. प्रमिला कहना है कि बकरी पालन से जरूरत पड़ने पर बकरी बेचकर पैसे मिल जाते हैं. इस नस्ल की बकरी एक साल में 2-3 बच्चे देती है, जिससे अतिरिक्त आय होती है.

सालाना लाखों में हो रही कमाई

इस बकरी से कमाई का हिसाब लगाएं तो एक बकरी साल में 2-3 बच्चे देती है. अगर एक नर बच्चा 3500 रुपये में बिके तो 10 बकरियों से सालाना 1 लाख रुपये तक की कमाई हो सकती है. 20 हजार रुपये लागत घटाएं, तो 80-85 हजार रुपये का शुद्ध मुनाफा. यानी हर महीने 6-7 हजार रुपये तक की कमाई आसान है.

व्यापार के नजरिए से पालन

ब्लैक बंगाल बकरी मांस के लिए बहुत मशहूर है. एक नर बकरे का वजन लगभग 25 से 30 किलोग्राम और मादा का वजन लगभग 20 से 25 किलोग्राम तक होता है. यह बकरी 8 से 10 महीनें में बड़ी हो जाती है.लेकिन गर्भधारण के लिए 12 महीने की उम्र में तैयार होती है. यह हर साल 2 से 3 बच्चे देती है. वहीं देखा जाए तो बाजार में बकरी के मांस का कीमत इस समय लगभग 500 से 800 रुपये किलो है. इस हिसाब से देखा जाए तो मांस बेचकर, एक बकरी से औसतन 10,000 से 15,000 रुपए तक की कमाई की जा सकती है.

सेहत के लिए फायदेमंद है इसका दूध

इस नस्ल बकरी दूध भी अच्छा देती है. एक मादा बकरी औसतन आधा लीटर तक दूध रोजना दे सकती है. वहीं इस नस्ल की बकरी एक ब्यांत में 3 से 4 महीने तक दूध देती है. भले ही दूध कम हो, लेकिन घरेलू जरूरतों के लिए यह काफी होता है और अतिरिक्त कमाई का जरिया भी बनता है. एक्सपर्टों की माने तो इस नस्ल बकरी का दूध डेंगू जैसे बिमारियों के लिए काफी फायदे मंद होता है.

ब्लैक बंगाल बकरी की खासियत

ब्लैक बंगाल बकरी छोटे कद की होती है और ज्यादातर देश के पूर्वी राज्यों जैसे बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में पाई जाती है. इसका रंग आमतौर पर काला होता है, लेकिन भूरा या सफेद भी हो सकता है. इसके पैर छोटे, चेहरा गोल और नाक सीधी होती है. इसकी सबसे बड़ी खूबी है कि यह हर तरह के मौसम में आसानी से रह लेती है. इस नस्ल की बकरी को ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं पड़ती. अपने इसी खासियत के चलते यह नस्ल छोटे किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो रही है.

Published: 14 Apr, 2025 | 04:37 PM

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