गाय खरीदने से पहले रखें इन 5 बातों का ध्यान, नहीं होगा कोई नुकसान
गाय का स्वभाव भी ध्यान देने लायक चीज है. कुछ गायें स्वभाव से शांत और मिलनसार होती हैं, जबकि कुछ उग्र या जिद्दी हो सकती हैं. शांत स्वभाव वाली गायों की देखभाल करना आसान होता है.

अगर आप गाय खरीदने का सोच रहे हैं, तो कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. सही गाय चुनना न सिर्फ ज्यादा दूध पाने के लिए जरूरी है, बल्कि इससे आपका पैसा भी सही जगह लगेगा. अगर बिना जांच-पड़ताल के गाय खरीद ली, तो बाद में नुकसान हो सकता है. इसलिए, हम आपको 5 जरूरी टिप्स बताएंगे, जो एक अच्छी और सेहतमंद गाय खरीदने में आपकी मदद करेंगी.
1. सही नस्ल का चुनाव
गाय की नस्ल का चुनाव बहुत जरूरी होता है. हर नस्ल की अपनी अलग खासियत होती है. अगर आप दूध उत्पादन के लिए गाय खरीद रहे हैं, तो ऐसी नस्ल चुनें जो ज्यादा दूध दे. साहीवाल, गिर और रेड सिंधी नस्लें इस मामले में बेहतर मानी जाती हैं.
2. उम्र और स्वास्थ्य पर ध्यान दें
गाय की उम्र और सेहत बहुत अहम होते हैं. आमतौर पर 2 से 5 साल की गायें दूध उत्पादन के लिए सबसे सही मानी जाती हैं. इस उम्र में वे न सिर्फ ज्यादा दूध देती हैं, बल्कि लंबे समय तक स्वस्थ भी रहती हैं. खरीदने से पहले गाय का मेडिकल चेकअप जरूर कराएं, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वह किसी बीमारी या संक्रमण से ग्रस्त तो नहीं है. पशु चिकित्सक की सलाह लेना इस मामले में बहुत मददगार हो सकता है.
3. दूध देने की क्षमता
गाय की दूध उत्पादन क्षमता को जरूर जांचें. जिस गाय को आप खरीद रहे हैं, उसका पिछला दूध उत्पादन रिकॉर्ड देखें. इससे आपको अंदाजा लगेगा कि वह रोजाना कितनी मात्रा में दूध दे सकती है. सही गाय का चयन करने से आपका डेयरी व्यवसाय ज्यादा लाभदायक हो सकता है.
4. आहार और पोषण
गाय के खान-पान का उसके दूध उत्पादन और सेहत पर सीधा असर पड़ता है. इसलिए यह सुनिश्चित करें कि उसके लिए पर्याप्त हरा चारा, सूखा चारा और साफ पानी उपलब्ध हो. अगर उसे सही मात्रा में पोषण नहीं मिलेगा, तो उसकी सेहत प्रभावित हो सकती है और दूध की मात्रा भी कम हो सकती है.
5. गाय का स्वभाव
गाय का स्वभाव भी ध्यान देने लायक चीज है. कुछ गायें स्वभाव से शांत और मिलनसार होती हैं, जबकि कुछ उग्र या जिद्दी हो सकती हैं. शांत स्वभाव वाली गायों की देखभाल करना आसान होता है और वे दूध निकालते समय ज्यादा सहयोग करती हैं. इसलिए, खरीदने से पहले गाय के व्यवहार का भी आकलन करें, ताकि भविष्य में किसी परेशानी का सामना न करना पड़े.