छोटे गमले में बड़ा कमाल, जानिए जीरा उगाने का आसान तरीका
अगर आपके पास जमीन नहीं है तो कोई बात नहीं. गमले में भी जीरा बड़ी आसानी से उगाया जा सकता है. यह पौधा ज्यादा जगह नहीं लेता और इसे ज्यादा देखभाल की जरूरत भी नहीं होती.

हम सबके घर की रसोई में जीरा लगभग रोजाना इस्तेमाल होता है. मगर बाजार में लगातार बढ़ती इसकी कीमत की वजह से इसका स्वाद फीका पड़ने लगा है. लेकिन क्या आपको पता है कि आप ये जीरा खुद अपने घर में भी उगा सकते हैं? वो भी बिना खेत या बगीचे के, जी हां, अब आप गमले में भी जीरा आसानी से उगा सकते हैं. तो आइए जानते हैं कैसे गमले में लगाएं जीरे का पौधा.
गमला ही क्यों?
अगर आपके पास जमीन नहीं है तो कोई बात नहीं. गमले में भी जीरा बड़ी आसानी से उगाया जा सकता है. यह पौधा ज्यादा जगह नहीं लेता और इसे ज्यादा देखभाल की जरूरत भी नहीं होती. बस धूप और सही मिट्टी से ये पौधा आसानी से गमले में बड़ा हो जाता है.
ऐसे गमले में लगाएं जीरा
बीज का चुनाव: बाजार से अच्छे क्वालिटी वाले जीरे के बीज खरीदें. चाहें तो जैविक (ऑर्गेनिक) बीज लें.
मिट्टी की तैयारी: गमले में ज्यादा भारी मिट्टी न रखें. हल्की, ढीली और थोड़ी रेत मिली हुई मिट्टी जीरे के लिए बेहतर होती है. इसमें नमी होनी चाहिए, पर ज्यादा पानी नहीं.
बोआई: बीजों को सीधे गमले में छिड़क दें और ऊपर से हल्की मिट्टी डालें. बहुत गहराई में न बोएं.
धूप और पानी: जीरे के पौधों को हर रोज 5-6 घंटे की धूप मिलनी चाहिए. याद रहे पानी ज्यादा नहीं देना है, बस मिट्टी सूखने न पाए.
समय और देखभाल: बीज बोने के 7-10 दिन में अंकुर (छोटे पौधे) निकलने लगते हैं. 3-4 महीनों में जीरा पूरी तरह से तैयार हो जाएगा.
घर में जीरा उगाने के फायदे
घर में जीरा उगाने के कई फायदे हैं. सबसे बड़ी बात ये है कि आपको शुद्ध और ताजा मसाला मिलता है, वो भी बिना किसी केमिकल के. जब आप अपनी रसोई में खुद के उगाए जीरे का इस्तेमाल करते हैं, तो एक खास अपनापन महसूस होता है. ये आपकी सेहत के लिए अच्छा है, खासकर पाचन के लिए फायदेमंद होता है.