मटर के छिलके से बनाएं जैविक खाद, फसलों के लिए है फायदेमंद
इस खाद के उपयोग से मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है और फसल की गुणवत्ता में सुधार होता है. मटर के छिलके से खाद बनाना एक शानदार तरीका है जिससे आप अपने बगीचे या खेती के लिए जैविक खाद तैयार कर सकते हैं.

आजकल ऑर्गेनिक और नैचुरल फॉर्मिंग का ट्रेंड है. इस तरह की खेती को बढ़ावा देने के मकसद से और किचन वेस्ट के सही इस्तेमाल पर जोर दिया जाने लगा है. वैसे तो, मटर सबकी फेवरिट होती है लेकिन इसके छिलके अक्सर ही लोग फेंक देते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि मटर के छिलके जिन्हें आप कचरा समझकर फेंक देते हैं, वही छिलके ऑर्गेनिक या नैचुरल फॉर्मिंग में आपकी मदद कर सकते हैं. इनसे बेहतरीन जैविक खाद बनाई जा सकती है.
खाद में होते हैं बड़े पोषक तत्व
इस खाद के उपयोग से मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है और फसल की गुणवत्ता में सुधार होता है. मटर के छिलके से खाद बनाना एक शानदार तरीका है जिससे आप अपने बगीचे या खेती के लिए जैविक खाद तैयार कर सकते हैं. मटर के छिलके में अच्छे पोषक तत्व होते हैं जो मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने में मदद करते हैं. जानिए कि आप मटर के छिलके से खाद कैसे तैयार कर सकते हैं.
खाद बनाने के लिए क्या है जरूरी
मटर के छिलके (जितना हो सके, उतना इकट्ठा करें)
किचन के बाकी जैविक अवशेष (जैसे फल और सब्जियों के छिलके, पत्तियां, घास, बासी रोटी, चाय की पत्तियां)
हवा वाली जगह (जहां वेंटिलेशन अच्छा हो)
कचरा डिब्बा या कम्पोस्ट बॉक्स
कैसे बनाएं खाद
सबसे पहले मटर के छिलकों को इकट्ठा करें. ये छिलके सख्त होते हैं, इसलिए इन्हें छोटे-छोटे टुकड़ों में काटना या तोड़ना बेहतर होता है, ताकि वे जल्दी सड़ सकें. मटर के छिलकों को बाकी जैविक कचरे के साथ मिला लें, जैसे पत्तियां, घास, चाय की पत्तियां, और बासी रोटी आदि. इस मिश्रण को अलग-अलग कचरे के प्रकार के आधार पर अच्छी तरह से मिला लें.
मिश्रण में थोड़ी मात्रा में मिट्टी या वर्मी कंपोस्ट डालें ताकि इसमें जीवाणुओं की वृद्धि हो सके, जो इसे जल्दी सड़ने में मदद करेंगे. मिश्रण को हर 15-20 दिनों में एक बार पलटते रहें, ताकि इसे हवा लगती रहे और यह जल्दी सड़ सके. ध्यान रखें कि अगर मिश्रण बहुत सूखा हो तो इसमें थोड़ा पानी डालें, लेकिन ज्यादा गीला न करें.
जब मिश्रण पूरी तरह से सड़कर एक काले रंग की, एक प्रकार की गंध वाली और मुलायम खाद में बदल जाए, तो अब यह उपयोग के लिए रेडी है. इसमें कोई बड़ी चीज या छिलका नहीं होना चाहिए, सब कुछ बायोडिग्रेड हो चुका होगा.
क्या हैं इस खाद के फायदे
मटर के छिलके से बनी खाद पूरी तरह से प्राकृतिक और सस्ती होती है.
इसे बनाने के लिए किसी महंगे रसायन की जरूरत नहीं होती.
इस खाद में पर्याप्त नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश होता है, जो मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाता है.
यह खाद मिट्टी में नमी बनाए रखने में मदद करती है, जिससे पानी की बचत होती है.