बिहार में बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ा, सरकार ने पोल्ट्री किसानों के लिए जारी की एडवाइजरी

बिहार में पिछले कई दिनों से बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ गया है. राज्य में पक्षियों की असामान्य मौतों और बर्ड फ्लू के मामले सामने आ रहे हैं. पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने इन घटनाओं को देखते हुए, पोल्ट्री फार्मों और पक्षी बाजारों में सतर्कता बढ़ाने की अपील की है.

बिहार में बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ा, सरकार ने पोल्ट्री किसानों के लिए जारी की एडवाइजरी
नोएडा | Updated On: 24 Apr, 2025 | 07:15 PM

बिहार में एक बार फिर बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ गया है. राज्य में पक्षियों की असामान्य मौतों और बर्ड फ्लू के मामले सामने आ रहे हैं. पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने इन घटनाओं के मद्देनजर सभी पोल्ट्री फार्मों और पक्षी बाजारों में सतर्कता बढ़ाने की अपील की है. संक्रमित पक्षियों के मल, पंख और सांस से फैलने वाले इस वायरस को रोकने के लिए त्वरित जांच और संक्रमण की चेन तोड़ना जरूरी है. सरकार ने इस दिशा में उचित कदम उठाने के लिए निर्देश जारी किए हैं.  तो चलिए जान लते हैं कि बर्ड फ्लू कैसे फैलता है और इसके लक्षण क्या है और बर्ड फ्लू से बचने के लिए बिहार सराकर क्या प्रयास कर रही है?

कैसे फैलता है बर्ड फ्लू

बिहार सरकार के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने अपनी गाइडलाइन में पोल्ट्री किसानों को सतर्कता बरतने की सलाह दी है. बताया गया है कि बर्ड फ्लू एक गंभीर संक्रामक बीमारी है जो संक्रमित पक्षियों के मल, पंख, सांस और शरीर के तरल पदार्थों से फैलती है. इन पक्षियों द्वारा इस्तेमाल किए गए पिंजरे, पानी और खाने के बर्तन भी संक्रमण का बड़ा माध्यम हैं. अगर एक बीमार पक्षी को स्वस्थ पक्षियों के साथ रखा जाए, तो पूरा झुंड खतरे में आ सकता है.

हवा में फैलता है यह संक्रमण

संक्रमण केवल संपर्क से नहीं, हवा से भी फैल सकता है. प्रभावित क्षेत्र की मिट्टी, धूल और हवा में मौजूद वायरस, आसपास के पक्षियों को भी चपेट में ले सकता है. यही वजह है कि बर्ड फ्लू को रोकने के लिए त्वरित जांच और संक्रमण की चेन तोड़ना बेहद जरूरी होता है.

Animal And Fisheries Resources Department Government of Bihar

बर्ड फ्लू के होने पर मुर्गियों में दिखते हैं ये लक्षण

  1. बर्ड फ्लू होने पर मुर्गियां अचानक से मरने लगती हैं.
  2. बर्ड फ्लू संक्रमित मुर्गी के चेहरे और आंखों में सूजन आ जाती है.
  3. बर्ड फ्लू हो जाने पर मुर्गी सुस्त और कमजोर हो जाती है.
  4. जब मुर्गियों में बर्ड फ्लू होता है तो उन्हें सांस लेने में दिक्कत होती है और उनके नाक से पानी आने लगता है.
  5. बर्ड फ्लू होने पर मुर्गियों के पंख फड़फड़ाने लगते हैं और गर्दन टेढ़ी हो जाती है.
  6. मुर्गियों में जब बर्ड फ्लू होता है तो उनकी अंडे देने की संख्या कम हो जाती है.

लैब की फाइल छह साल से घूम रही है

राज्य सरकार पिछले छह वर्षों से बर्ड फ्लू की पुष्टि के लिए एक आधुनिक परीक्षण प्रयोगशाला स्थापित करने की योजना बना रही है. वित्तीय वर्ष 2023-24 में इसके लिए 14.92 करोड़ रुपये भी स्वीकृत किए गए हैं. राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की टीम पटना आकर इस पर मंथन भी कर चुकी है. लेकिन जमीन पर अब भी कुछ नहीं बदला.

Published: 24 Apr, 2025 | 06:49 PM

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