सॉइल टेस्टिंग सेंटर खोलने पर सरकार देती है पैसा, आवेदन का तरीका जानिए
सरकार सॉइल हेल्थ कार्ड योजना के तहत पंचायत स्तर पर मिट्टी सॉइल टेस्टिंग सेंटर खोलने में मदद करती है.

आज के समय में देश के किसान खेती करने के नए-नए तरीके सीख भी रहें हैं और उन तरीकों को अपनाकर अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं. केंद्र और राज्य सरकारें भी किसानों की हर संभव मदद करती हैं. लेकिन अब देश के ग्रामीण क्षेत्रों में कमाई का एकमात्र जरिया खेती ही नहीं रह गया है. आज ग्रामीण इलाकों में रहने वाले पढ़े-लिखे नौजवान गांव में ही रहकर सरकार की योजनाओं की मदद से नए-नए व्यवसाय शुरू करते हैं और अच्छी कमाई करते हैं. इसी कड़ी में एक ऐसा ही व्यवसाय है गांवों में सॉइल टेस्टिंग सेंटर खोलना, जिसके लिए सरकार भी बड़ी सब्सिडी देती है. तो आइए इस खबर में जान लेते हैं कि सॉइल टेसेटिंग सेंटर में सरकार की तरफ से कितनी मदद मिलती है.
क्या है सॉइल टेस्टिंग सेंटर
सॉइल टेस्टिंग सेंटर ऐसा केंद्र है जहां किसान अपने खेत की मिट्टी की जांच करवाते हैं. किसान अपनी खेती की मिट्टी का थोड़ा सा सैंपल लेकर इस केंद्र में जाते हैं. यहां किसानों की मिट्टी की जांच के बाद उन्हें उनकी मिट्टी के रिजल्ट का प्रिंट आउट दे दिया जाता है. बता दें ,कि इस पूरी प्रक्रिया में मिट्टी के हर सैंपल के लिए किसानों से करीब 300 रुपये लिए जाते हैं. यानी अगर एक महीने में सेंटर पर 50 सैंपल भी आते हैं तो सेंटर खोलने वाले को हर महीने 15000 रुपये की कमाई होगी. यानी सालाना 180000 और उससे भी ज्यादा की कमाई होगी.
कितनी सब्सिडी देती है सरकार
बता दें कि अगर आप सॉइल टेस्टिंग सेंटर खोल कर व्यापार करना चाहते हैं तो इसमें सरकार भी आपकी मदद करती है. सॉइल टेस्टिंग सेंटर खोलने पर औसतन लागत करीब 5 लाख रुपये आती है जिसपर 75 फीसदी सब्सिडी सरकार देती है. यानी अपनी जेब से आपको केवल 125000 ही देना होगा, बाकी का 375000 रुपये सरकार देगी. सेंटर खोलने में आपकी लागत में भी कमी आएगी. साथ ही सालाना होना वाली कमाई भी आपकी ही जेब में जाएगी.सरकार सॉइल हेल्थ कार्ड योजना के तहत पंचायत स्तर पर मिट्टी सॉइल टेस्टिंग सेंटर खोलने में मदद करती है.
ये लोग कर सकते हैं आवेदन
- आवेदक की उम्र 18 से 40 साल होनी चाहिए
- कक्षा 10 तक की पढ़ाई होनी चाहिए, साथ ही कम्प्यूटर का ज्ञान भी होना चाहिए
- आवेदक के पास खुद का घर होना चाहिए.
- सेंटर खोलने के लिए आवेदक के पास निर्धारित जगह की कम से कम 4 साल की लीज होनी चाहिए.
आवेदक यहां कर सकते हैं संपर्क
अगर आप चाहें तो agricoop.nic.in वेबसाइट और soilhealth.dac.gov.in पर भी सॉइल टेस्टिंग सेंटर खोलने के लिए अधिकारियों से सम्पर्क कर सकते हैं. आप चाहें तो अपने जिले के कृषि विभाग में जाकर भी सारी संबंधित जानकारी जुटा सकते हैं.