‘सागू बागू’ एआई प्रोजेक्ट का कमाल, किसानों की आय में होगी बंपर बढ़ोतरी

सागु बागु प्रोजेक्ट के पहले चरण में किसानों को जबरदस्त रिजल्ट देखने को मिले हैं. इस प्रोजेक्ट ने मिर्च की पैदावार को 21% बढ़ा दिया है, जबकि कीटनाशकों का उपयोग 9% घटा दिया है.

‘सागू बागू’ एआई प्रोजेक्ट का कमाल, किसानों की आय में होगी बंपर बढ़ोतरी
Noida | Published: 2 Apr, 2025 | 11:02 AM

आजकल खेती में तकनीकी बदलाव तेजी से हो रहे हैं और इससे किसानों के जीवन में भी सुधार हो रहा है. तेलंगाना में एक ऐसा एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है, जो किसानों के लिए नई उम्मीद लेकर आया है. इस प्रोजेक्ट का नाम है ‘सागु बागु’. यह प्रोजेक्ट किसानों को बेहतर फसल उत्पादन और कम लागत पर खेती करने में मदद कर रहा है, जिससे उनकी आय में दोहरी बढ़ोतरी हो रही है.

क्या है सागु बागु एआई प्रोजेक्ट?

‘सागु बागु’ प्रोजेक्ट एआई4एआई पहल के तहत शुरू किया गया है, जिसका उद्देश्य कृषि में नवाचार (innovation)लाना और किसानों की आय में वृद्धि करना है. इस प्रोजेक्ट को तेलंगाना सरकार, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और डिजिटल ग्रीन द्वारा मिलकर चलाया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट की शुरुआत खम्मम जिले में हुई और अब यह 7,000 से अधिक मिर्च किसानों की खेती की तकनीक को बेहतर बना चुका है.

कैसे काम करता है सागु बागु प्रोजेक्ट?

इस प्रोजेक्ट में एआई और डिजिटल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे किसानों को बेहतर जानकारी मिल रही है. खासतौर पर, मिर्च की खेती में तकनीकी मदद से किसानों को फसल की देखभाल, कीटनाशकों का सही इस्तेमाल, और उर्वरकों की सही खपत के बारे में जरूरी जानकारी दी जा रही है. इसके अलावा, तेलंगाना सरकार ने यहां देश का पहला एग्रीकल्चर डेटा एक्सचेंज और एग्री डेटा मैनेजमेंट फ्रेमवर्क भी तैयार किया है, जो किसानों को सही समय पर सही जानकारी देता है.

किसानों को हुआ क्या फायदा?

सागु बागु प्रोजेक्ट के पहले चरण में किसानों को जबरदस्त रिजल्ट देखने को मिले हैं. इस प्रोजेक्ट ने मिर्च की पैदावार को 21% बढ़ा दिया है, जबकि कीटनाशकों का उपयोग 9% घटा दिया है. इसके साथ ही, उर्वरक की खपत में भी 5% की कमी आई है. सबसे बड़ी बात यह है कि फसल की गुणवत्ता में सुधार होने से किसानों को 8% ज्यादा दाम मिल रहे हैं. इस तरह, इस तकनीकी बदलाव से किसानों की आय प्रति एकड़ 66,000 रुपये (लगभग 800 अमेरिकी डॉलर) बढ़ गई है.

अब 5 लाख किसानों तक पहुंचेगा फायदा

इस प्रोजेक्ट की सफलता को देखते हुए सरकार इसे राज्य के उन्य जिलों में भी लागू कर रही है. जहां 5 अलग-अलग फसलों की जानकारी और तकनीकों के इस्तेमाल से किसानों को जाकरूक किया जाएगा. माना जा रहा है कि 5 लाख किसानों को इससे फायदा मिल सकेगा. इसके साथ ही प्रोजेक्ट से किसानों की फसल उत्पादन क्षमता और आमदनी दोनों में इजाफा हो रहा है.

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