हरियाणा के 615 गांवों के किसानों को मिलेगा मुआवजा, जल्द करें आवेदन
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि किसानों को एसएमएस के जरिए पोर्टल खुलने की सूचना भेजी गई है, ताकि वे समय पर अपनी फसल के नुकसान को दर्ज करवा सकें.

हरियाणा सरकार ने एक बार फिर किसानों को राहत देने के लिए क्षतिपूर्ति पोर्टल खोल दिया है. हाल ही में प्रदेश में हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि से 615 गांवों में फसलों को नुकसान हुआ है. इस नुकसान का आकलन कर प्रभावित किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा देने के लिए सरकार ने यह पहल की है. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि किसानों को एसएमएस के जरिए पोर्टल खुलने की सूचना भेजी गई है, ताकि वे समय पर अपनी फसल के नुकसान को दर्ज करवा सकें.
दर्ज करवाएं नुकसान
मुख्यमंत्री ने पंचकूला में आयोजित पूर्व-बजट परामर्श बैठक के दौरान बताया कि सभी उपायुक्तों को निर्देश दिए गए थे कि वे अपने जिलों में फसल नुकसान की जानकारी जल्द से जल्द उपलब्ध कराएं. अब जब यह रिपोर्ट सरकार को मिल चुकी है, तो किसानों के लिए क्षतिपूर्ति पोर्टल फिर से खोल दिया गया है. किसानों को जल्द से जल्द इस पोर्टल पर अपने नुकसान की जानकारी दर्ज करवाने की अपील की गई है, ताकि उन्हें उचित मुआवजा मिल सके.
इस योजना के तहत करें रिपोर्ट
हरियाणा के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने बताया कि राज्य में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और हरियाणा क्षतिपूर्ति पोर्टल के माध्यम से फसल नुकसान की रिपोर्टिंग की जा सकती है. जो किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत पंजीकृत हैं, वे अपने नजदीकी कृषि अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं या टोल-फ्री नंबर 14447 पर कॉल करके 72 घंटे के भीतर अपनी रिपोर्ट दर्ज करवा सकते हैं.
पंजीकरण अनिवार्य
जो किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत नहीं आते, वे हरियाणा क्षतिपूर्ति पोर्टल पर नुकसान दर्ज कर सकते हैं. इसके लिए ‘मेरी फसल, मेरा ब्योरा’ पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य किया गया है. कृषि मंत्री ने किसानों से अपील की है कि वे जल्द से जल्द पोर्टल पर पंजीकरण कराकर सरकार की सहायता योजनाओं का लाभ उठाएं.
पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा की मांग
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी सरकार से मांग की है कि जिन किसानों की फसलें खराब हुई हैं, उन्हें तुरंत मुआवजा दिया जाए. हुड्डा ने बताया कि राज्य के 12 जिलों में ओलावृष्टि और बारिश से गेहूं और सरसों की फसल को भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि किसानों को राहत देने के लिए बिना देर किए उचित मुआवजा जारी किया जाए.
सरकार की पहल
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आश्वासन दिया है कि राज्य सरकार किसानों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. फसल क्षति का उचित मूल्यांकन कर जल्द से जल्द मुआवजा बांटा जाएगा, ताकि किसानों को किसी प्रकार की वित्तीय कठिनाई का सामना न करना पड़े.
किसान क्या करें?
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत पंजीकृत किसान- नजदीकी कृषि अधिकारी से संपर्क करें या टोल-फ्री नंबर 14447 पर कॉल करें.
गैर पंजीकृत किसान– ‘मेरी फसल, मेरा ब्योरा’ पोर्टल पर पंजीकरण करें और हरियाणा क्षतिपूर्ति पोर्टल पर नुकसान दर्ज कराएं.
समय सीमा का ध्यान रखें- निर्धारित समय के भीतर अपनी रिपोर्ट दर्ज कराकर मुआवजा प्राप्त करने की प्रक्रिया पूरी करें.