ट्रंप ने टैरिफ पर 90 दिन की रोक क्यों लगाई? आसान भाषा में समझिए पूरी बात
डोनाल्ड ट्रंप ने बाकी देशों के लिए टैरिफ पर रोक लगा दी, लेकिन चीन पर और ज्यादा टैक्स लगा दिया. अब चीन पर 125% टैक्स लगेगा.

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल में एक बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने 2 अप्रैल को जो नए टैक्स (टैरिफ) लगाए थे, उस पर अब 90 दिन की रोक लगा दी है. इस दौरान सिर्फ 10% की कम दर वाला टैरिफ लागू रहेगा, लेकिन ये राहत सिर्फ बाकी देशों के लिए है, जबकि चीन पर ये नियम लागू नहीं होगा. वहीं चीन पर तो टैक्स और बढ़ा दिया गया है.
अब सवाल ये है कि ट्रंप ने अचानक ऐसा फैसला क्यों लिया? चलिए आपको बहुत ही आसान और सीधी भाषा में समझाते हैं.
1. निवेशकों और कारोबारियों का डर
पिछले कुछ दिनों से अमेरिका के शेयर बाजार में बहुत गिरावट आ रही थी. कई बड़े कारोबारी और निवेशक परेशान हो गए थे. उन्हें लगने लगा था कि अगर ट्रंप टैक्स बढ़ाते रहे, तो दुनिया में व्यापार का बड़ा झगड़ा (ट्रेड वॉर) शुरू हो सकता है. इससे महंगाई बढ़ सकती है, नौकरियां जा सकती हैं और पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को झटका लग सकता है. इसी डर की वजह से कारोबारियों ने ट्रंप से हालात को संभालने की गुजारिश की थी.
ऐसे में ट्रंप ने भी इस बात को माना कि लोग डर गए थे. हाल में ट्रंप ने कहा था कि, ‘लोग थोड़े घबरा गए थे. मुझे लगा सब कुछ जल्दी हो रहा है.’
2. सरकारी कर्ज पर असर (बॉन्ड बाजार गिरा)
अमेरिका की सरकार जो कर्ज लेती है, वो बॉन्ड के जरिए होता है. लेकिन जब टैरिफ की बात आई, तो ये बॉन्ड मार्केट भी गिरने लगा. इसका मतलब था कि निवेशकों का भरोसा कमजोर हो रहा था.
3. चीन को अलग-थलग करने का प्लान
चीन ने भी अमेरिका के टैक्स का जवाब टैक्स से दिया था. यानी वहां भी सामान महंगा हो गया. ट्रंप को लगा कि अगर बाकी देशों से थोड़ी दोस्ती की जाए, तो चीन अकेला पड़ जाएगा. इसलिए उन्होंने बाकी देशों के लिए टैरिफ पर रोक लगा दी, लेकिन चीन पर और ज्यादा टैक्स लगा दिया. अब चीन पर 125% टैक्स लगेगा.
भारत क्या कर रहा है?
इस फैसले से भारत को बड़ी राहत मिली है, खासकर उन क्षेत्रों को जो समुद्री खाद्य उत्पाद जैसे झींगा (श्रिंप) का उत्पादन और निर्यात करते हैं. इसके साथ ही भारत ने इस मौके को एक अवसर के रूप में लिया है. अब भारत अमेरिका से छोटा व्यापार समझौता (ट्रेड डील) करना चाहता है. ताकि दोनों देशों को फायदा हो. साथ ही, भारत यूरोप और ब्रिटेन के साथ भी व्यापार समझौते की कोशिश कर रहा है, जिससे देश का व्यापार और मजबूत हो. भारत यह भी देख रहा है कि चीन से सस्ते और घटिया सामान देश में न आ सकें. इसके लिए सरकार सख्त नियम बना रही है, जिससे देसी उद्योगों की रक्षा हो सके.
आखिर में
डोनाल्ड ट्रंप का ये 90 दिन का ब्रेक पूरी दुनिया के लिए अहम है. ये फैसला दिखाता है कि जब हालात बिगड़ते हैं, तो थोड़ा रुक जाना भी समझदारी होती है. अमेरिका, भारत और बाकी देश अब इस मौके को बेहतर व्यापारिक रिश्तों में बदल सकते हैं.