गेहूं उत्पादन में यूपी नंबर वन, जानें क्या कहते हैं कृषि मंत्रालय के आंकड़ें
क्षेत्रफल कवरेज के मामले में धान के बाद गेहूं दूसरी सबसे बड़ी फसल है. यूपी ने जहां 2023-2024 के रबी सीजन में 31.07 प्रतिशत का गेहूं उत्पादन किया तो मध्य प्रदेश में 21.3 फीसदी उत्पादन हुआ.

कृषि मंत्रालय की तरफ से गेहूं उत्पादन से जुड़ें कुछ खास आंकड़ें जारी किए गए हैं. साल 2023-2024 के रबी सीजन के इन आंकड़ों में बताया गया है कि सबसे महत्वूपर्ण अनाज के उत्पादन में कौन सा राज्य कहां पर है. उत्तर प्रदेश ने इस रैंकिंग में टॉप किया है. फिर इसके बाद मध्य प्रदेश का नंबर आता है. यूपी ने जहां उपरोक्त रबी सीजन में 31.07 प्रतिशत का गेहूं उत्पादन किया तो मध्य प्रदेश में 21.3 फीसदी उत्पादन हुआ.
पंजाब तीसरे नंबर पर
साकाल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब इस लिस्ट में तीसरे नंबर है. राज्य में गेहूं उत्पादन 2024 के रबी सीजन के लिए 14.7 प्रतिशत रहा. इसी तरह से 10 फीसदी उत्पादन के साथ हरियाणा चौथे नंबर पर और 9.6 प्रतिशत उत्पादन के साथ राजस्थान पांचवें नंबर पर रहा. जबकि 5.9 फीसदी गेहूं उत्पादन के साथ बिहार छठे नंबर पर, 3.3 फीसदी उत्पादन के साथ गुजरात सातवें, 1.9 प्रतिशत के साथ महाराष्ट्र आठवें और पश्चिम बंगाल नौंवे नंबर पर रहा. वहीं हिमाचल प्रदेश 10वें नंबर पर है.
इस बार होगा रिकॉर्ड उत्पादन
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अनुमान के अनुसार, भारत का गेहूं उत्पादन 2024-25 के दौरान 115.3 मिलियन मीट्रिक टन के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचने का अनुमान है. यह साल 2023-24 के दौरान उत्पादित 113.3 मिलियन टन की तुलना में लगभग दो प्रतिशत ज्यादा है. साल 2022-23 में गेहूं उत्पादन के आंकड़े 110.05 मिलियन टन और 2021-22 में 107.7 मिलियन टन रहे. रिकॉर्ड गेहूं उत्पादन का अनुमान महत्वपूर्ण है क्योंकि सरकार ने आगामी रबी विपणन सत्र (2025-26) के दौरान 31 मिलियन टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य रखा है.
इस बार कितना है एमएसपी
चालू वर्ष (2024-25) में सरकार ने 30-32 मिलियन टन के लक्ष्य के मुकाबले 26.6 मिलियन टन गेहूं की खरीद की है. मार्च की शुरुआत में केंद्रीय पूल में गेहूं का स्टॉक 14.41 मिलियन टन था, जो 1 अप्रैल के बफर स्टैंडर्ड 7.46 मिलियन टन से काफी ज्यादा है. सरकार ने रबी खरीद सीजन (आरएमएस) 2025-26 के लिए गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 2,425 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है. यह आरएमएस 2024-25 के दौरान 2,275 रुपये के मूल्य की तुलना में 150 रुपये प्रति क्विंटल या 6.59 प्रतिशत ज्यादा है. क्षेत्रफल कवरेज के मामले में धान के बाद गेहूं दूसरी सबसे बड़ी फसल है.