हल्दी के दाम में भारी गिरावट, किसानों ने सरकार से लगाई मदद की गुहार
तेलंगाना के हल्दी किसान इस समय भारी संकट का सामना कर रहे हैं, तो वहीं किसानों ने सरकार से मांग की है कि सरकारी हल्दी की कीमत 15,000 रुपए प्रति क्विंटल तय करें ताकि उन्हें राहत मिल सके.

हर घर में बड़े आसनी से मिलने वाला यह ‘गोल्डन स्पाइस’ यानी हल्दी (Turmeric) की चमक इस साल फीकी पड़ गई है. तेलंगाना के हल्दी किसान इस समय भारी संकट का सामना कर रहे हैं. देश के सबसे बड़े हल्दी केंद्रों में से एक निज़ामाबाद मंडी में हल्दी की कीमतों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिल रहीं है. जनवरी में जहां हल्दी की कीमतें 15,000 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गई थीं, वहीं अब यह 10,000 रुपए प्रति क्विंटल से भी नीचे चली गई हैं. इससे किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है.
कीमतों में गिरावट से किसानों को नुकसान
पिछले साल हल्दी की कीमत ऊंचाई पर थीं और यह 20,000 रुपए प्रति क्विंटल तक बिकी थी. लेकिन इस साल कीमतों में 17-27% की गिरावट दर्ज की गई है. तेलंगाना के बाजारों में हल्दी के दाम 7,000 से 11,000 रुपए प्रति क्विंटल के बीच पहुंच गए हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान का सामना पड़ रहा है.
तेलंगाना के किसान हल्दी की खेती पर 1.50 लाख रुपए प्रति एकड़ तक खर्च कर रहे हैं, लेकिन उन्हें सिर्फ 70,000 से ₹1 लाख रुपए तक की ही आमदनी हो रही है. किसानों का कहना है कि अगर यही हाल रहा तो उन्हें भारी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ेगा.
किसानों की सरकार से मांग
हल्दी किसानों ने सरकार से मांग की है कि सरकारी दखल देकर हल्दी की कीमत 15,000 रुपए प्रति क्विंटल तय की जाए ताकि उन्हें राहत मिल सके. तेलंगाना के कृषि मंत्री तुम्माला नागेश्वर राव ने इस संबंध में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर अपील की है कि नाफेड (NAFED) के जरिए हल्दी की खरीदारी की जाए और मार्केट इंटरवेंशन स्कीम (MIS) के तहत किसानों को राहत दी जाए.
वैश्विक बाजार और भारत की हिस्सेदारी
भारत दुनिया का सबसे बड़ा हल्दी उत्पादक और निर्यातक देश है. वैश्विक स्तर पर कुल 11 लाख टन हल्दी के उत्पादन में भारत की हिस्सेदारी 80% है. तो वहीं भारतीय हल्दी के सबसे बड़े खरीदार बांग्लादेश (37,577 टन), यूएई (17,316 टन), मलेशिया (8,465 टन), अमेरिका (8,602 टन), मोरक्को (7,826 टन) और ईरान (5,443 टन) हैं.
हल्दी उत्पादन के प्रमुख राज्य
केंद्र सरकार के पहले अग्रिम अनुमान के अनुसार, भारत में 2023-24 के दौरान कुल 10.75 लाख टन हल्दी का उत्पादन हुआ. प्रमुख उत्पादक राज्यों में महाराष्ट्र 3.26 लाख, कर्नाटक 1.29 लाख, तेलंगाना 1.17 लाख और तमिलनाडु 1.14 लाख टन. तेलंगाना कृषि विश्वविद्यालय (PJTSAU) के अनुसार, फरवरी से अप्रैल 2025 के बीच हल्दी की कीमत 10,500-11,000 रुपए प्रति क्विंटल रहने की संभावना है.