सफेद नहीं, अब रंगीन फूलगोभी से कमाई करें दोगुनी
देश के अधिकतर घरों में सफेद फूल गोभी की सब्जी को खाया जाता है. लेकिन हाल के दिनों में रंगीन फूल गोभी का चलन तेजी से बढ़ रहा है. दरअसल, सफेद फूलगोभी के मुकाबले रंगीन फूलगोभी में ढेर सारे विटामिन पाए जाते हैं. इसमें कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्निशियम, जिंक के साथ साथ विटामिन ए और सी […]

देश के अधिकतर घरों में सफेद फूल गोभी की सब्जी को खाया जाता है. लेकिन हाल के दिनों में रंगीन फूल गोभी का चलन तेजी से बढ़ रहा है. दरअसल, सफेद फूलगोभी के मुकाबले रंगीन फूलगोभी में ढेर सारे विटामिन पाए जाते हैं. इसमें कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्निशियम, जिंक के साथ साथ विटामिन ए और सी प्रचुर मात्रा होती है. लोगों की बढ़ती डिमांड की वजह से देशभर में किसान रंगीन फूलगोभी का रुख कर रहे हैं. खास बात यह है कि रंगीन फूलगोभी का बाजार में अच्छा रेट मिलता है और इससे किसानों को अच्छी कमाई हो रही है.
सरकारी योजनाओं के तहत किसान नई तकनीकों का इस्तेमाल करके रंग-बिरंगी फूलगोभी का उत्पादन कर रहे हैं. किसान प्राकृतिक तरीकों से पीली, बैंगनी, गुलाबी और जैव वर्धित किस्मों की रंगीन फूलगोभी और ब्रोकली की खेती कर रहे हैं. यह बदलाव कृषि में विविधता के साथ साथ स्वास्थ्यवर्धक आहार के रूप में उभर रहा है.
रंगीन फूलगोभी के लिए आदर्श जलवायु
रंगीन फूलगोभी की खेती करने के लिए 15 से 25 डिग्री तक का तापमान होना चाहिए. सफेद गोभी की तरह ही रंगीन फूलगोभी की खेती में भी जमीन की जुताई और गोबर खाद का उपयोग किया जाता है.
क्यों करें रंगीन फूलगोभी की खेती?
नई किस्म की खेती
रंगीन फूलगोभी के अनेकों स्वास्थ्य फायदेमंद है, जिससे लोग इसे सफेद फूलगोभी की जगह अपना रहे हैं. किसानों के लिए पारंपरिक कृषि से अलग कुछ करने का अच्छा मौका है. इससे किसानों के लिए एक नई आर्थिक संभावना बढ़ती है.
आर्थिक लाभ
शहरी इलाकों में हेल्थ-कॉन्शियस लोगों के बीच रंगीन फूलगोभी की मांग बढ़ती देखी जा रही है. इस तरह की फूलगोभी में विटामिन और पोषक तत्व होते हैं. इस गोभी की खेती से किसानों को इसके अच्छे दाम मिल रहे हैं.
कम लागत और आसान खेती
रंगीन फूलगोभी की खेती में ज्यादा खर्च और विशेष देखभाल की जरूरत नहीं होती. यह सफेद फूलगोभी की खेती की तरह ही उगाई जाती है. इसके लिए किसी खास रखरखाव की आवश्यकता नहीं होती. किसान इसकी खेती पहले छोटे स्तर पर कर के देख सकते हैं. यदि यब फसल सफल रहती है, तो इसे बड़े पैमाने पर भी उगाया जा सकता है. खेती का सही तरीका आपको रंगीन फूलगोभी की वजह से ज्यादा फायदा देगा.
रंगीन फूलगोभी की उत्पत्ति
रंगीन फूलगोभी का प्रयोग और अनुसंधान पहले ही कई देशों में हो चुका है. ब्रिटेन और फ्रांस जैसे देशों में पहले से बैंगनी और पीली फूलगोभी की खेती की जा रही थी. इन देशों ने अपनी मिट्टी और जलवायु के अनुकूल रंगीन फूलगोभी की किस्में विकसित कीं. अब भारत में रंगीन फूलगोभी की खेती एक नई चुनौती और अवसर बनकर उभरी है.