बिल गेट्स के साथ मिलकर भारत के किसान सीखेंगे एआई और मशीन लर्निंग!
भारत में कृषि में एआई को लेकर प्रयोग तीन साल पहले बारामती के कृषि विकास ट्रस्ट (एडीटी) में शुरू हुआ था. यह एक प्रतिष्ठित संस्था है जिसकी स्थापना 1971 में की गई थी.

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार 17 मार्च को नई दिल्ली के कृषि भवन में गेट्स फाउंडेशन के अध्यक्ष और माइक्रोसॉफ्ट के पूर्व सीईओ बिल गेट्स से मुलाकात की और कृषि, ग्रामीण विकास और टेक्निकल इनोवेशन पर चर्चा की. इस मीटिंग में कृषि मंत्री चौहान ने गरीबी उन्मूलन, महिला सशक्तिकरण और कृषि विकास में भारत की तीव्र प्रगति पर प्रकाश डाला. उन्होंने इसका श्रेय सरकारी पहलों और तकनीकी प्रगति को दिया.
बिल गेट्स के साथ हुई चर्चा
चौहान ने कहा, ‘हमने बिल गेट्स और उनकी टीम के साथ कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की. बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन कृषि, ग्रामीण विकास, महिला सशक्तिकरण और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर काम कर रहा है. इन क्षेत्रों में मिलकर काम करने पर सहमति बनी.’ बैठक में कृषि में एआई और मशीन लर्निंग का फायदा उठाने, खाद्य सुरक्षा में सुधार लाने और ग्रामीण विकास के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने पर ध्यान केंद्रित किया गया. चर्चा में ग्रामीण विकास मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे, जिनमें सचिव शैलेश कुमार सिंह और गेट्स फाउंडेशन के कंट्री डायरेक्टर हरि मेनन शामिल थे.
आज दिनांक 17 मार्च 2025 को नयी दिल्ली स्थित कृषि भवन में माननीय केंद्रीय ग्रामीण विकास और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, श्री शिवराज सिंह चौहान ने गेट्स फाउंडेशन के अध्यक्ष एवं माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक, @BillGates के साथ औपचारिक भेंट की। बैठक के दौरान सचिव, ग्रामीण विकास विभाग… pic.twitter.com/DDBX6S2c5Z
— Ministry of Rural Development, Government of India (@MoRD_GoI) March 17, 2025
क्या बोले बिल गेट्स
पिछले तीन सालों में तीसरी बार भारत आए बिल गेट्स ने ग्लोबल हेल्थ, डिजिटल परिवर्तन और कृषि इनोवेशन में भारत की भूमिका पर जोर दिया. अपनी यात्रा से पहले लिंक्डइन पर पोस्ट में उन्होंने कहा, ‘भारत एक ऐसा स्थान है जहां बड़ी चुनौतियां और भी बड़ी महत्वाकांक्षाएं मिलती हैं. यहां इनोवेशन अविश्वसनीय पैमाने पर जीवन को बदल रहा है.’ गेट्स फाउंडेशन पिछले दो दशकों से भारत में काम कर रहा है और सार्वजनिक स्वास्थ्य, वैक्सीन निर्माण और रोग उन्मूलन में योगदान दे रहा है.
भारत में हो रहे अहम प्रयोग
गेट्स ने भारत के एआई-ऑपरेटेड कृषि उपकरणों को गेम-चेंजर बताया, जो किसानों को मौसम के मिजाज का अनुमान लगाने, फसल चुनने और जोखिम कम करने में मदद करते हैं. दुनिया ने खेती के लिए एआई के फायदों पर चर्चा शुरू कर दी है. भारत के महाराष्ट राज्य के बारामती में एआई का खेती में प्रयोग शुरू हो चुका है. भारत में कृषि में एआई को लेकर प्रयोग तीन साल पहले बारामती के कृषि विकास ट्रस्ट (एडीटी) में शुरू हुआ था. यह एक प्रतिष्ठित संस्था है जिसकी स्थापना 1971 में सांसद शरद पवार और उनके बड़े भाई अप्पासाहेब पवार ने की थी.