करी पत्ता में मौजूद हाइपोग्लाइसेमिक गुण दूध की गुणवत्ता पर असर डाल सकते हैं. इससे मां और बच्चे दोनों को नुकसान हो सकता है.

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Editor - Isha Gupta

करी पत्ता लो ब्लड प्रेशर को और कम कर सकता है. यदि बीपी पहले से असंतुलित है, तो यह स्थिति और बिगड़ सकती है. 

ब्लड प्रेशर वाले मरीज 

आप पहले से किसी दवा पर हैं, तो करी पत्ता उसके असर को कम कर सकता है विशेष रूप से डायबिटीज या हार्ट की दवाइयों के साथ.

दवाइयों के साथ 

जिन्हें हरी पत्तेदार सब्जियों से एलर्जी है, उन्हें करी पत्ता से भी एलर्जी हो सकती है, जिससे स्किन रैश, खुजली या सांस लेने में दिक्कत हो सकती है.

एलर्जी में

अधिक मात्रा में करी पत्ता खाने से पेट में गैस, सूजन, दर्द या लूज मोशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इससे पाचन तंत्र प्रभावित होता है.

पेट की समस्याओं में 

करी पत्ता कुछ मामलों में एसिड लेवल बढ़ा सकता है, जिससे पेट में जलन और सीने में दर्द जैसी दिक्कतें हो सकती हैं.

एसिडिटी में

करी पत्ता में कुछ तत्व ऐसे हो सकते हैं जो यूरिनरी ट्रैक्ट में रुकावट पैदा कर सकते हैं. इससे स्टोन की स्थिति बिगड़ सकती है.

किडनी स्टोन में

करी पत्ता का सेवन खून को पतला करने वाले प्रभाव को बढ़ा सकता है, जिससे चोट लगने पर ज्यादा ब्लीडिंग का खतरा रहता है.  

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खून पतला

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